उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ की बहू मंजिल सराय के पास से मठ समाधियों को सड़क से जोड़ने का बाबा बालक नाथ न्यास का प्रस्ताव
रज्जू मार्ग बनाकर बदल सकती है क्षेत्र की तकदीर
राजा भरथरी हरी तथा बाबा बालक नाथ का मंदिर मठ समाधियां में बना है
बाबा के समय की पुरानी बावड़ी भी स्थित है इस स्थान पर
दियोटसिद्ध। सतीश शर्मा विट्टू। उत्तरी भारत का प्रमुख सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ करोड़ों श्रद्धालुओं की श्रद्धा का केंद्र है हर बरस देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं तथा करोड़ों रुपए का चढ़ावा मंदिर में अर्पित करते हैं इसके अलावा सोना चांदी खाने-पीने का सामान तथा बकरे भी मंदिर में अर्पित किए जाते हैं। उत्तरी भारत का प्रमुख सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ देश विदेश में विख्यात है। बहु मंजिल सराय का निर्माण करवाया गया है जिसके साथ ही बाबा बालक नाथ मठ समाधिया क्षेत्र को एक रास्ता जाता है इस स्थान पर पुराने महंतों की विभिन्न समाधिया बनी हुई हैं तथा बाबा बालक नाथ की पुरानी बावड़ी तथा राजा भरतरी हरी तथा बाबा बालक नाथ का मंदिर भी बना हुआ है जिसका जीवन द्वारा भी यूके लंदन में रह रहे परिवार द्वारा करवाया गया है। इस स्थान पर बाबा बालक नाथ के समय की बावड़ी भी बनी है जिसका जल लोगों के लिए अमृत के समान है लेकिन आज भी इस स्थान को श्रद्धालुओं से वंचित रखा गया है। इस स्थान का विकास करवाने के लिए टॉप न्यूज भारत लगातार प्रयास कर रहा है। इसी के प्रयासों से बाबा बालक नाथ की ट्रस्ट की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि मंदिर परिसर बहु मंजिल सराय के पास से जो रास्ता मठ समाधियों तक जाता है उस स्थान को सड़क से जोड़ दिया जाए। इसके लिए बाकायदा ट्रस्ट की बैठक में प्रस्ताव भी हाल ही में पारित किया गया है। ट्रस्ट ने इस पर सहमति भी दी है लेकिन उच्च अधिकारियों को इस प्रस्ताव को प्रेषित किया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह भी मंदिरों के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। टॉप न्यूज द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष सलौनी से बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध को जोड़ने वाली सड़क को चौड़ा करवाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष मांग रखी गई थी जब मुख्यमंत्री अपनी धर्मपत्नी सहित बाबा बालक नाथ के दर्शनों के लिए पहुंचे थे। महंत के साथ ट्रस्ट के सदस्य भी उस समय उपस्थित थे मुख्यमंत्री ने तत्काल विभाग को आदेश दिए थे कि इस सड़क को चौड़ा करवाने का कार्य शुरू करवाया जाए। मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद सड़क का करोड़ों रुपए का टेंडर लगाकर कार्य को शुरू करवा दिया गया है तथा सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि मठ समाधिया क्षेत्र को विकसित करने के लिए बाबा बालक नाथ बहू मंजिल सराय के पास से सड़क को चौड़ा कर कर श्रद्धालुओं के लिए समर्पित करवाया जाए ताकि श्रद्धालु इस धार्मिक जगह का भी ही नजारा ले सकें। इस स्थान को सड़क से जोड़ने के लिए बायख कलवाल तथा बाबा बालक नाथ से चिकमोह को जाने वाली सड़क से भी शॉर्टकट जाता है उन सड़कों से भी इस स्थान को जोड़ने से श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार वहां पहुंच सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक स्थलों पर रज्जू मार्ग बनाकर जो कार्य किया गया है इस स्थान पर भी रज्जू मार्ग बनाकर बाबा बालक नाथ के श्रद्धालुओं के लिए इस स्थान को विकसित किया जा सकता है इससे टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय युवाओं को भी रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। इसके अलावा इस स्थान पर योग केंद्र भी विकसित किया जा सकता है जरूरत है इसके विकास के लिए योजना बनाई जाने की। इस स्थान का विकास करवाने में बाबा बालक नाथ मंदिर के महंत श्री श्री श्री 1008 राजेंद्र गिरी ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है तथा साफ सफाई का कार्य वहां करवाया है। इसके अलावा राजा भरतरी हरी तथा बाबा बालक नाथ का अलौकिक मंदिर भी इस स्थान पर बना हुआ है। जिसका नव निर्माण करवाने में वीरेंद्र चौधरी यूके लंदन जो इसी स्थान पर जिनका जन्म हुआ है का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। बाबा बालक नाथ के महंत ने ही उन्हें शिक्षा का जिम्मा उठाकर महत्वपूर्ण कार्य किया है। वरिंदर चौधरी ने महंत शिवगिरी महाराज के साथ मिलकर बाबा बालक नाथ कॉलेज मंदिर में लंगर व्यवस्था तथा अन्य सुविधाएं शुरू करवाने में तथा मंदिर तक पानी की योजना पहुंचने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वर्तमान में वीरेंद्र चौधरी यूके लंदन में अपने परिवार के साथ रहते हैं तथा जब भी अपने गांव आते हैं बाबा बालक नाथ धाम पर पहुंचकर इस स्थान के विकास के लिए अपनी भूमिका निभाते हैं। इस स्थल को विकसित करने के लिए बाबा बालक नाथ ट्रस्ट ने जो प्रस्तावित किया गया है उस प्रस्ताव को अमली जामा पहनाने की जरूरत है।

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