बड़सर विधानसभा क्षेत्र की शान विद्या जार महिला सशक्तिकरण की उदाहरण है
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी में दीपा दास मुंशी को बड़ा दायित्व मिलने से महिलाओं को आगे आने का मिलेगा मौका पार्टी की नजर कर्मठ महिलाओं पर
पूर्व में लड़ चुकी है विधानसभा का चुनाव लेकिन गुटबाजी के कारण हार का करना पड़ा था सामना
हमीरपुर जिला में कांग्रेस की जीत को लेकर मूलमंत्र सशक्त महिलाओं को मिलेगा प्रतिनिधित्व
सरकार बनाने के लिए हमीरपुर में 5 सीटें जीतने का फार्मूला
सुखविंदर सिंह सुक्खू का होम जिला है हमीरपुर
प्रचार कमेटी के हिमाचल के अध्यक्ष हैं सुखविंदर सिंह सुक्खू
बदल रहे राजनीतिक समीकरण
बड़सर /हमीरपुर। सतीश शर्मा।
विद्या जार महिला सशक्तिकरण की उदाहरण है। कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता मिलनसार तथा हंसमुख स्वभाव की धनी विद्या जार लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। उनका जन्म बड़सर पंचायत में बाजार के साथ लगते गांव में हुआ। अपनी मेहनत के बल पर उन्होंने राजनीति में भी अपना स्थान बनाया। उनके परिवार को कांग्रेस पार्टी ने तीन बार विधानसभा का टिकट दिया।कांग्रेस पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट देकर महिला सशक्तिकरण को मजबूत करने का कार्य किया। आज बड़सर विधानसभा क्षेत्र में बरसों से के कार्य अधूरे पड़े हैं। इस बहन को अगर लोगों ने साथ दिया होता तो आज बड़सर की तस्वीर अलग ही होती। क्षेत्र में उन्नति के नए आयाम स्थापित होते। गलतियां लम्हे करते हैं तथा भुगतना युगों तक पड़ता है। इनके पति राजेंद्र जार कांग्रेस पार्टी के हमीरपुर जिला के अध्यक्ष हैं। पूरा परिवार कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए तत्पर रहता जबकि इनको तीन बार कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया लेकिन तीन बार ही राजनीतिक गुटबाजी हावी रही। हिमाचल प्रदेश में दीपा दास मुंशी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए पार्टी गंभीरता से विचार कर रही है। दीपा दास मुंशी महिलाओं को हिमाचल प्रदेश में अधिक प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए तत्पर हैं। उनकी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मिलने वाली सेवाओं से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी तथा बहन विद्या जार को जो उन्होंने त्याग तथा बलिदान दिया है उसका भरपूर लाभ मिलेगा। राजेंद्र जार बरसों से कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे हैं। दिन-रात कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए तत्पर रहते हैं। दीपा दास मुंशी को हिमाचल प्रदेश का बड़ा जिम्मा मिला है वह संगठन में योग्य व्यक्तियों का सम्मान करना जानती है जार परिवार की कुर्बानियां तथा बलिदानों का हिसाबी इन्हें जरूर मिलेगा। लेखक के यह निजी विचार है सबका सहमत होना जरूरी नहीं है।