डाकघर की लघु बचत योजनाओं में करोड़ों रुपए निवेश करवाने का जिम्मा उठाया अनीता शर्मा ने
एक कदम से ही शुरू होती है हजारों किलोमीटर लंबी यात्रा
बड़सर। एक कदम से हजारों किलोमीटर लंबी यात्रा शुरू होती है हम चलते हैं कारवां बनता गया रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए नहीं लघु बचत योजना का कार्य जिलाधीश अनुराधा ठाकुर की प्रेरणा से शुरू किया था आज कई महिलाओं के लिए बन गई है प्रेरणा
बड़सर। सतीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के नाम रिकॉर्ड दर्ज है लघु बचत योजनाओं में करोड़ों रुपए जमा कराने का। हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक लघु बचत योजनाओं में पैसा जमा करवाया जाता है तो हमीरपुर जिला में
। इसी जिला के बड़सर विधानसभा क्षेत्र के गांव कोठी की अनीता शर्मा ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद जो काम समाज सेवा के लिए शुरू किया वह उनके लिए कैरियर की बन गया।
एमफिल जीव विज्ञान तथा अन्य विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ जब कैरियर की बातआई तो लघु बचत योजनाओं से जुड़कर गरीब लोगों को इन योजनाओं से लाभान्वित करवा कर अनीता शर्मा ने रिकॉर्ड दर्ज किया है करोड़ों रुपए लघु बचत योजनाओं में जमा करवाने का। लघु बचत योजनाओं की आरडी की एजेंसी जिलाधीश hamirpur से लेकर लघु बचत योजनाओं का कार्य शुरू किया तो सोचा नहीं था कि यही कैरियर बन जाएगा। मैहरे बाजार से लघु बचत डाकघर की योजनाओं की ₹100 की डाकघर की आरडी खोलने का पहला अनुभव अजीब था। उसके बाद लगातार 21 बरसों से पीछे मुड़कर नहीं देखा कई परिवारों को डाकघर की लघु बचत योजनाओं से जोड़कर करोड़ों रुपए लघु बचत योजनाओं में लोगों के जमा करवा कर महिला शक्ति सशक्तिकरण की मिसाल बनी anita sharma ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज जिले की उन महिलाओं में अनीता शर्मा का नाम लिया जाता है जिसने अपने संघर्ष की कहानी खुद लिखी है। महिलाओं द्वारा डाकघर की लघु बचत योजनाओं की एजेंसी लेकर पति तथा बेटों को समर्पित कर महिलाएं किनारा कर लेती है लेकिन अनीता शर्मा ने रिकॉर्ड दर्ज किया है अपनी मेहनत के बल पर हर ग्राहक से पैसे एकत्रित कर डाकघर की स्कीमों में जमा करवाना तथा गरीब लोगों को लघु बचत योजनाओं से जोड़ना। anita शर्मा ने बताया कि शुरू में कार्य करने का मन नहीं था एजेंसी लेकर कई दिन कार्य शुरू नहीं किया लेकिन जब शुरुआत की तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा आज क्षेत्र मे महिला लघु बचत एजेंटों के लिए मिसाल बनकर सामने आई है। कई महिलाओं ने उन्हें देखकर इस कार्य को अपनाया है तथा अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है। ऐसा नहीं है कि इस क्षेत्र में कार्य करने वाली महिलाओं को समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता लेकिन हर समस्या से निकलकर लगातार लोगों को लघु बचत योजनाओं के लिए प्रेरित करना तथा लंबे समय तक जोड़ कर रखना बेहतर कला का उदाहरण है। इस क्षेत्र में कई ऐसे मामले भी उजागर हुए की महिलाओं ने एजेंसी लेकर पति के हाथों सारा कार्य सौंप दिया उन महिलाओं को फार्म भरना नहीं आता। अनीता शर्मा ने बताया कि पिछले लगातार दो दशकों से भी अधिक समय से इस कार्य में जुड़कर कई लोगों को लघु बचत योजनाओं का लाभ पहुंचाया है। ऐसे जज्बे को सलाम। महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बनी anita sharma हिमाचल प्रदेश महिला कल्याण बोर्ड हिमाचल सरकार की सदस्य भी रह चुकी है। कई परिवारों को लघु बचत योजना से जोडाहै डाकघर की स्कीमों का भरपूर लाभ दिला रही।