सचिवालय के कर्मचारी कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी के खिलाफ सोच समझकर करें बयान बाजी
बड़सर। हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री ने सचिवालय के कर्मचारी नेता द्वारा राजेश धर्मानी के खिलाफ की जा रही बयान बाजी का खड़ा संज्ञान लिया है। राजेश धर्मानी ने इतना ही कहा है कि सरकार ने कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह कर्मचारियों के हितैषी हैं एरियर के लिए कर्मचारियों को थोड़ा इंतजार करना चाहिए। वर्तमान में प्रदेश की आर्थिक स्थिति जिस प्रकार की है उसे कर्मचारियों को भी समझना चाहिए प्रदेश सरकार लोन लेकर भी कर्मचारियों को सैलरी दे रही है लेकिन जिस प्रकार की बयान बाजी सचिवालय कर्मचारी नेता कर रहे हैं उस पर कर्मचारी नेताओं को सोच समझकर ही बयान बाजी करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश हित के लिए कई फैसले लिए हैं लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी नेता मात्र विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं जो सही प्रथा नहीं है। उन्होंने कर्मचारी नेता को सचेत किया है कि वह सोच समझकर बयान बाजी करें। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी का अपना रुतबा है सीपीएस होते हुए उन्होंने सरकारी गाड़ी तक वापस कर दी थी। क्षेत्र की जनता जानती है कि कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी आम जनमानस के लिए किस प्रकार कार्य करते हैं। कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा था कि प्रदेश के वित्तीय हालत खराब है तथा कर्मचारी सरकार के साथ खड़ा नहीं होंगे तो उसका नुकसान कर्मचारियों को भी भुगतना पड़ेगा। लेकिन कैबिनेट मंत्री के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने वालों को सचेत होना चाहिए।