बड़सर भाजपा तथा कांग्रेस पार्टी में विरोध की चिंगारी
संगठन में अपने अपने नेता के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे कार्यकर्ता
कांग्रेस की तिकड़ी का विरोध थप्पड़ कांड मुख्य मुद्दा
भाजपा में जयराम ठाकुर तथा धूमल गुट बड़सर में आमने सामने बढ़ रही तल्खी
टॉप न्यूज़ की बड़सर पर विशेष कवरेज विधानसभा क्षेत्र का चिट्ठा जनता के सामने
बड़सर। सतीश शर्मा।दिल्ली में आनंद शर्मा व गुलाम नबी आजाद की मुलाकात के बाद माहौल हिमाचल प्रदेश में भी काफी गर्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी तथा कांग्रेस पार्टी में एक दूसरे पर नित नए प्रहार कर रहे हैं । भाजपा तथा कांग्रेस के संगठन आमने-सामने हैं परंतु दोनों संगठनों में आपसी फूट भी जग जाहिर हैपरंतु दोनों ही संगठनों में आपसी फूट तथा कलह चरम सीमा पर है। भाजपा में शक्ति प्रदर्शन का दौर जारी है धूमल गुट के साथ जयराम गुट में बंटी बड़सर भाजपा के लिए रास्ते आसान नहीं है। धूमल गुटके भाजपा के जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा शक्ति प्रदर्शन में माहिर रहे हैं उन्होंने पहले तिरंगा यात्रा कर माहौल को अपने पक्ष में बनाया उसके बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बहाने प्रगतिशील हिमाचल कार्यक्रम जिसका आयोजन सरकार द्वारा किया गया था लेकिन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में जुटी हजारों की भीड़ बलदेव शर्मा के लिए रामबाण साबित हुई।
भाजपा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर चुनाव मैदान में डटे हैं लोगों के बीच में जाकर कई कार्य उन्होंने करवाए हैं। 5 सितंबर को बड़ा कार्यक्रम शिक्षक दिवस पर आयोजित किया जाएगा जिसके लिए तैयारियां जोरों से की जा रही है। दोनों गुटों में 36 का आंकड़ा है तथा इनके कार्यकर्ता भी एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं। नेताओं के साथ समर्थकों में भी जबरदस्त जहर भरा है। दोनों में से कोई भी झुकने को तैयार नहीं है। कमलनयन ने भी तिरंगा यात्रा का रोड शो कर साबित किया है कि वह भी किसी से पीछे नहीं है। भाजपा में शीत युद्ध जारी है। स्वर्गीय राकेश बबली की मृत्यु के बाद समीकरण बदले हैं उनके समर्थक राकेश बबली की जगह संजीव शर्मा राकेश बबली के बड़े भाई हैं को आगे लाकर वर्चस्व की जंग लड़ रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा कार्यकर्ताओं का एक बड़ा सम्मेलन कर अपनी मजबूती का संदेश देने के लिए तैयारी कर रहे हैं उस सम्मेलन में हजारों की संख्या में लोगों को बुलाया जाएगा शीघ्र ही वह सम्मेलन बड़सर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। बडसर विधानसभा क्षेत्र में दो फाड भाजपा को एक करने का कोई फार्मूला भाजपा के पास नहीं है आने वाले दिनों में क्या समीकरण बनते हैं देखने वाली बात है
कांग्रेस पार्टी में भी स्थिति सुखद नहीं है। कांग्रेसमें शीत युद्ध की चिंगारी भड़क उठी है। हमीरपुर जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी की बैठक में थप्पड़ कांड पूरे हिमाचल में चर्चा में है। कांग्रेस पार्टी की 40 सालों से सेवा कर रहे ढटवाल के पवन कालिया, को जब विधायक इंद्र दत्त लखनपाल की उपस्थिति में थप्पड़ पड़ा तो उसकी गूंज पूरे विधानसभा क्षेत्र से शिमला तक दिल्ली तक पहुंची। पवन कालिया को कमल पठानिया जो पिछले चार दशकों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं एनएसयूआई संगठन के अलावा युवा कांग्रेस तथा जिला कांग्रेस के बाद प्रदेश कांग्रेस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन पर भी कांग्रेस को कमजोर करने के आरोप लगे हैं तथा थप्पड़ कांड के बाद कांग्रेश पार्टी के इस विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किए गए कार्यक्रमों से उन्होंने दूरी बना कर रखी है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के नरेश लखन पाल की चुप्पी कांग्रेश के लिए बड़ा खतरा है कांग्रेस सेवा दल में व प्रदेश के मीडिया प्रभारी रहे हैं तथा जमकर कांग्रेस का साथ दिया लेकिन अब उनका पार्टी से नाराज होना भी कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का विषय है। उनकी नाराजगी का ट्रेलर तब देखने को मिला जब कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष ऊना जिला के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के लिए जाती बार मैहरे में रुकी लेकिन कांग्रेस पार्टी की बड़सर की तिकड़ी ने उस कार्यक्रम से भी दूरी बनाकर रखी उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमें इसकी कोई सूचना तक संगठन द्वारा नहीं दी गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस संगठन इन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का भी प्लान बना रहा परंतु इसके लिए चुनावों का समय सही नहीं माना जा रहा। चुनाव के बाद इनको निपटाने का खेला होगा यह तय है पूर्व में मनजीत सिंह डोगरा जो दो बार बडसर के विधायक रहे हैं जिन्होंने 2012 के चुनाव में जमकर कांग्रेस पार्टी का विधायक इंद्र दत्त लखनपाल को जिताने में महत्वपूर्ण योगदान रहा था उन्हें तथा उनकी धर्मपत्नी अरविंदर कौर डोगरा पार्टी से निकाल दिया गया है। इस चुनाव में मंजीत सिंह डोगरा भी चुप बैठने वाले नहीं है वह अपने समर्थकों को एकजुट करने की जगह कांग्रेश पार्टी के कैडर पर नजरें लगाए हुए हैं अपनी अनदेखी का वह भी बदला लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। राजा ने खड़ा कर भाजपा के अलावा कांग्रेस पार्टी को कड़ी चुनौती दी है। कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक का एक वर्ग आम आदमी पार्टी से जुड़ा है। हर गांव में आम आदमी पार्टी ने अपना संगठन दिन-रात कर तैयार किया है। पार्टी की नजरें भी इस विधानसभा क्षेत्र पर है आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर का कहना है कि 68 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी चुनाव लड़कर कड़ी चुनौती देगी।