पीएम भी चाहिए सीएम भी चाहिए हमीरपुर की जनता को
हमीरपुर जिला में चर्चा ज़ोरों पर
हमीरपुर। सतीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा की 6 सीटों के उप चुनाव भी हो रहे हैं हमीरपुर जिला के तीन विधायकों ने राज्यसभा के चुनाव में भाजपा का साथ देकर नई शुरुआत की है। जिन तीन विधायकों ने हमीरपुर जिला में भाजपा का साथ दिया तथा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकखु की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया उनमें से तीनों विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। सुजानपुर में राजेंद्र राणा तथा बड़सर में इंद्रद लखनपाल भाजपा के प्रत्याशी हैं। हमीरपुर जिला में एक नारा खूब चर्चा में है एक वोट पीएम को एक वोट सीएम को। अनुराग सिंह ठाकुर लोकसभा का पांचवा चुनाव लड़ रहे हैं। अनुराग सिंह ठाकुर का अपना रुतबा है कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवार तय नहीं किए हैं।
भाजपा ने उपचुनाव में बड़सर में इंद्र दत्त लखनपाल को प्रत्याशी बनाया है जो भाजपा को लगातारतीन विधानसभा चुनाव में 2012,2017,2022 में हार का स्वाद चखा चुके हैं। अब भाजपा ने भारतीय जनता पार्टी को जीतने का जिम्मा इंद्र दत्त लखनपाल को दिया है। सुजानपुर सीट पर राजेंद्र राणा को भाजपा ने टिकट थमाया है। सुजानपुर में राणा व धूमल परिवार के बीच राजनीतिक पारा काफी हाई रहा है। बदली परिस्थितियों में एक वोट पीएम को तथा एक वोट सीएम को काफी चर्चा में है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर जिला से संबंध रखते हैं। उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए हमीरपुर जिला के तीन विधायकों को लेकर लोगों की अपनी राय है जबकि तीनों विधायक मुख्यमंत्री पर उनकी अनदेखी के आरोप लगा रहे हैं। लोगों का मानना है कि अनुराग सिंह ठाकुर केंद्र में महत्वपूर्ण कद रखते हैं। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लिए उनकी जीत जरूरी है। जबकि हमीरपुर जिला का सौभाग्य है कि हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर को गौरव प्राप्त हुआ है की हमीरपुर जिला का लाल सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल का मुख्यमंत्री बना है। हमीरपुर के लोगों ने 2017 के चुनाव में भी प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री के तौर पर खोया है। हमीरपुर जिला की जनता किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री को खोना नहीं चाहती एक वोट पीएम को तथा एक वोट सीएम को काफी चर्चित है। विधानसभा उपचुनाव में हमीरपुर जिला में यह नारा भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है जबकि लोकसभा चुनाव में हमीरपुर जिला में अनुराग सिंह ठाकुर को इस नारे का भरपूर लाभ मिल सकता है। जन भावनाएं महत्वपूर्ण होती हैं देखते हैं यह नारा कितना कारगर साबित होता है। अभी तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हमीरपुर जिला के चुनावी कार्यक्रम शुरू होंगे उसमें माहौल बनेगा।