खिलता हुआ फूल बिना इलाज मुरझा गया राकेश बबली- शांता कुमार
पालमपुर -सतीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष डा. राकेश शर्मा बबली का इस उभरती उम्र में निधन होना बहुत अधिक दुखदायी घटना है। एक उभरता, खिलता और मुस्कराता फूल यूं ही बिना ईलाज के मुरझा गया। डा0 राकेश शर्मा बबली भाजपा के एक प्रमुख समर्पित कार्यकर्ता थे। वे एम0ए0 पी0एच0डी0 तक शिक्षित थे। उनके निधन से पार्टी को ही नही पार्टी और प्रदेश को एक बहुत बड़ी हानि हुई है। अखबारों में उनके सुन्दर प्रभावशाली चेहरे को देखकर सभी की आंखों से आंसू आ गये थे।
उन्होंने कहा सौभाग्य से आज मैडिकल साईंस ने सबसे अधिक उन्नति की है। लगभग हर रोग का ईलाज है परन्तु हृदय रोग एक खमोश हत्यारा है समय नहीं देता। इससे वहीं बच सकता है जो समय पर स्वास्थ्य निरीक्षण करवा लेते है।
शांता कुमार ने कहा मैं स्वयं इस रोग का रोगी हूं। दो बार एंजोपलास्टी हुई है। मैं हर वर्ष स्वास्थ्य निरीक्षण करवाता हूं। अब यह सब सुविधाएं पालमपुर के विवेकानन्द हस्पताल में मौजूद है। मुझे खुशी है कि जिस ईलाज के लिए आज से लगभग 30 वर्ष पहले मुझे अमेरिका जाना पड़ा था अब दिल के रोग का वह ईलाज पालमपुर में हो रहा है। विवेकानन्द हस्पताल में पूरे शरीर का स्वास्थ्य निरीक्षण करवाने की भी व्यवस्था है। आज हृदय रोग का सबसे अधिक कई प्रकार का ईलाज प्राप्त है। यदि समय पर पता लगे तो ईलाज हो सकता हैं। यदि डा0 राकेश शर्मा बबली का समय पर निरीक्षण हो गया होता तो आज वे हम सब के बीच होते।
उन्होंने कहा सार्वजनिक जीवन और विशेष कर राजनीति में काम करने वाले मित्रों से मेरा निवेदन है कि वे बहुत अधिक व्यस्त रहते है। कभी कभी अस्त-व्यस्त भी हो जाते है। तनाव में भी रहते हैं। यदि समय पर स्वास्थ्य निरीक्षण करवाते रहे तो डा0 राकेष शर्मा बबली की तरह इस खमोश हत्यारे का शिकार नही होना पड़ेगा।