कांग्रेस पार्टी की बड़सर में 26 मार्च को मैहरे में बैठक अंदर क्या पक रहा आप भी जाने

पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा व अन्य एकजुटता के प्रयास

बड़सर। सतीश शर्मा विट्टू टॉप न्यूज़।

कांग्रेस पार्टी को एकजुट करने के प्रयास

बडसर।
पूर्व में  दो बार विधायक रहे मनजीत सिंह डोगरा के आवास पर एक बैठक में कांग्रेस पार्टी के मनजीत सिंह डोगरा, कृष्ण चौधरी, इंजनियर राजेश बन्याल, परमजीत उर्फ डैंफा, मनजीत ठाकुर, डैनी जसवाल, सतीश बन्याल सहित कार्यकर्ता 27 मार्च को कांग्रेस पार्टी की बैठक जो मैहरे में आयोजित की जा रही है शामिल हुए।उस बैठक में पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा ने कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए 42 साल से कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य करने वाले कमल पठानिया,नरेश लखनपाल को भी बैठक के लिए बुलाने व मंच का संचालन कमल पठानिया से करवाने का सुझाव  रखा तो उस पर कृष्ण चौधरी ने अपनी अपति दर्ज की कि कमल पठानिया स्टेज नहीं संभालेंगे। कमल पठानिया व नरेश लखनपाल,पवन कालिया इंद्र दत्त लखन पाल से दूरियां बनाकर चल रहे थे जबकि कृष्ण चौधरी दिन-रात इंद्र दत्त लखन पाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे। कृष्ण चौधरी पूर्व में प्रधान रहे हैं, उनकी धर्मपत्नी वर्तमान में भी पंचायत की प्रधान है। कृष्ण चौधरी कांग्रेस पार्टी में प्रदेश सचिव है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पंहुचे थे तो कृष्णा चौधरी के आवास पर ही मुख्यमंत्री ने धाम में हिस्सा लिया था। अब इंद्र दत्त लखन पाल भाजपा में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री  के स्टेज सजने से पहले ही यह माहौल कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं है। कांग्रेस पार्टी सबको साथ लेकर चलेगी तभी बड़सर में कांग्रेस पार्टी एकजुट होगी। डोगरा का कहना है की हमने सबको साथ लेकर चलना है। कमल पठानिया व नरेश लखनपाल की डोगरा से दूरियां रही है लेकिन पुराने गिले शिकवे भूला कर पार्टी को मजबूत करना होगा। इसी प्रकार का हंगामा जिला हमीरपुर कांग्रेस अध्यक्ष के सामने फ्रेंड्स ढाबा में हार में भी हुआ था जब बैठक में एक व्यक्ति ने कृष्ण चौधरी के पक्ष में नारेबाजी की तो कांग्रेस पार्टी के ब्लाक प्रवक्ता विशाल राणा ने भी उसका विरोध जताया था व साफ कहा था की सभी कार्यकर्ता सिर्फ पार्टी को मजबूत करें। उसी बैठक में मनजीत सिंह डोगरा व संजय शर्मा धबडियाणा के बीच नोंक-झोंक हुई थी उस समय भी माहौल तल्ख हुआ था। मनजीत सिंह डोगरा से जब इस बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया की सब पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं। कृष्णा चौधरी का कहना है की मनजीत सिंह डोगरा के आवास पर वह कांग्रेस के 26 मार्च को मैहरे में गीता पेलेस में प्रभारी राजेश धर्माणी के साथ कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित करने को लेकर एकत्रित हुए थे। उसमें मंच संचालन को लेकर डोगरा ने अपनी राय रखी थी। कमल पठानियां का कहना है की हमें कांग्रेस पार्टी में किसी बैठक में शामिल होने के लिए किसी के सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है की हम उस बैठक में क्या करेंगे। उन्होंने कहा 1982से छात्र राजनीति से वर्तमान तक हमेशा कांग्रेस पार्टी के साथ रहे। इंद्र दत्त लखन पाल ने तीन चुनाव लड़ें 2012 में मैं भी टिकट का दावेदार था लेकिन सबने इंद्र दत्त लखन पाल का साथ दिया था। 2017 में भी। हमीरपुर बैठक में पवन कालिया का जो थप्पड़ कांड हुआ था उसके बाद पवन कालिया,नरेश लखनपाल व कमल पठानिया ने इंद्र दत लखनपाल से भले ही दूरियां बनाई थी अब जब इंद्र दत्त लखन पाल पार्टी छोड़ गये है तो कांग्रेस पार्टी की झोली भरने व बड़सर सीट मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की झोली में डालनी है। पार्टी जिसे भी टिकट देगी हम सब मिलकर कार्य करेंगे। भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस देश में संकट काल से निकलने का प्रयास कर रही है कार्यकर्ताओं को पार्टी को मजबूत करने में एकजुट होना होगा।

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