मदन तथा रूमित ने स्वर्ण समाज के लिए रचा इतिहास
झुकी सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आयोग गठित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी
धर्मशाला/शिमला। टॉप न्यूज़ satish sharma। हौसले बुलंद हो इरादे मजबूत हो तो सफलता खुद कदम चुमती है।
Heights by great men reached and kept were not attained by sudden flight but they work while their companions slept at midnight
इन्हीं पंक्तियों को चरितार्थ किया है स्वर्ण समाज के दो योद्धाओं मदन तथा रूमित ने। शोघी के मदन के अनुसार जब उन्होंने स्वर्ण समाज के लिए आयोग गठित किए जाने का सपना देखा तो लोगों ने मजाक भी बनाया लेकिन इस सफर में हीरो रुमित का साथ मिलने पर दोनों ने संगठनों की मजबूती के लिए दिन-रात कार्य किया 25 दिन पहले जब shimla से यात्रा शुरू हुई जिसमें शव यात्रा के साथ हरिद्वार में जाकर दहन करना तथा हरिद्वार से गंगाजल देखकर धर्मशाला पहुंचना आसान काम नहीं था 25 दिन की इस यात्रा के दौरान धमकियां भी मिली लोगों का अपार प्यार भी मिला। स्वर्ण समाज के लोगों ने कोने कोने में जोरदार स्वागत किया तो कई लोगों ने टिप्पणियां भी जब यात्रा धर्मशाला पहुंची तथा विधानसभा घेराव के लिए लोगों का जो भरपूर साथ मिला हजारों की संख्या में लोग साथ काफिले से जुड़ते गए तथा मंजिल बन गई। यात्रा जब विधानसभा तक पहुंच गई उस समय ऐसा माहौल बना की विधानसभा का घेराव करने के लिए जो लोग निकले हैं वह विधानसभा में ही प्रवेश कर जाएंगे। लेकिन पुलिस प्रशासन तथा सरकार की चूलों को हिला दिया। सरकार के मंत्री भी बात करने के लिए आए लेकिन भीड़ किसी भी बात को मानने को तैयार नहीं थी नेताओं ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री से नीचे किसी के साथ बात नहीं की जाएगी आखिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आए संगठन के लोगों तथा जनता से संवाद हुआ फैसला लिया गया कि स्वर्ण आयोग की जो मांग की जा रही है उसे अगले विधानसभा सत्र में पूरा किया जाएगा तथा मिलकर समाज को संगठित कर कर हिमाचल को आगे बढ़ना है। मुख्यमंत्री ने जब कहा कि आयोग गठित कर दियाा जाएग तो नेताओंं ने कहा कि लिखित दिया जाए । नोटिफिकेशन की गई तथा बात बन गई। हिमाचल केेे इतिहास में पहला ऐसाााा आंदोलन रहा होगा जिसमें 25 दिन तक यात्रा कीी ग हजारोंं संख्या मेंंं लोग एकत्रित हुए परंतु कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ। ऐसा नेतृत्व बधाई का पात्र । स्वर्ण समाज ने साबित कर दिया कि अगर अपने हकोंं की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतर जाएं तो सरकारोंं को झुकना ही पड़ेगा। शांत मर्यादित आंदोलन ने स्पष्ट कर दिया की हिमाचली वास्तव में अत्यधिक समझदार है।
सत्य की जीत हुई सबसे बड़ी दरियादिली मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की रही उन्होंने सामान्य वर्ग आयोग के गठन की मांग को माना। खबर लिखे जाने तक संगठन के पदाधिकारी hamirpur में पहुंचे थे तथा संगठन के नेता मदन से बातचीत हुई उन्होंने बताया कि लोगों का धन्यवाद करने के लिए भी यात्रा जहां-जहां से गुजरी है जहां जहां लोगों ने स्वागत किया है वहां जाकर लोगों का धन्यवाद किया जाएगा। इस सब के लिए स्वर्ण समाज को कोटि-कोटि बधाई। सबसे बड़ी चुनौती शांतिपूर्ण समापन की थी पूरी यात्रा के दौरान कहीं पर भी कोई ऐसा मामला पेश नहीं आया जिससे किसी का नुकसान हुआ हो विधानसभा के बाहर बैरिकेड तथा दीवारें जरूर टूटी परंतु दिल किसी के नहीं टूटे स्वर्ण समाज इसलिए प्रसन्न है कि उनकी मांग को मान लिया गया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सूझबूझ बधाई की पात्र है लेकिन नौकरशाही असफल रहे कोई हल निकालने में। स्वर्ण समाज के नेताओं आम जनता को कोटि-कोटि बधाई टॉप न्यूज़ की बधाई सभी नेताओं को जो आंदोलन से जुड़े थे तथा रणनीतिकारों को जिन्होंने रणनीति बनाई।हिमाचल के इतिहास में इस आंदोलन को सदा के लिए याद रखा जाएगा।we