हिमाचल प्रदेश में कई मुख्यमंत्री सता में रहे डाक्टर वाई एस परमार,रामलाल, वीरभद्र सिंह , शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल जय राम ठाकुर व सुखविंदर सिंह सुक्खू। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले दिन से साफ कह रहे हैं कि हम सत्ता सुख भोगने नहीं व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। कर्मचारियों के हिमाचल प्रदेश में कई आंदोलन हुए। मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार के समय पंजाब सकेल को लेकर कर्मचारी का आंदोलन जब हुआ कर्मचारियों के आगे सरकार को झुकना पड़ा सरकार ने लोगों को उसमें जेल में भी भेजा लेकिन कर्मचारी महासंघ एकजुट रहा तथा आंदोलन सफल रहा। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का नो वर्क नो पे चर्चा में रहा। जन भावनाओं के आगे सरकार नतमस्तक नहीं हुई तो शांता कुमार को लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। कर्मचारी हितैषी रहे राजा वीरभद्र सिंह आज भी लोगों के दिलों में राज करते हैं।
जय राम की सरकार को टाटा कर दिया।
लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू वास्तव में सत्ता परिवर्तन के लिए जाने जाएंगे। उनकी सरकार को सुख की सरकार कहा जाता है। कर्मचारियों ने जो ओपीएस देने के लिए आभार रैली रखी है धर्मशाला में कल आयोजित की जा रही है। इस रैली में प्रदेशभर से लाख से अधिक कर्मचारी एकत्रित हो रहे हैं। कर्मचारियों की विभिन्न यूनियन ने सरकार का आभार प्रकट करने के लिए जो प्रदेश भर में शुरूआत की है इतिहास में पहली बार है की प्रदेशभर से कर्मचारी दिल खोलकर इस रैली में भाग लेने की तैयारी करन रहे हैं। 136000 कर्मचारियों को ओपीएस का लाभ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की सरकार ने दिया है। पूरी सरकार कैबिनेट मंत्री तथा पार्टी के विधायक आजाद विधायक रैली में भाग लेंगे। किसी मुख्यमंत्री के लिए दिल से कर्मचारी जब छुट्टी के दिन आभार रैली में पंहुचे तो उस मुख्यमंत्री का लोहा जनता मान रही है। विपक्ष के लिए सबक भी है। टॉप न्यूज़ का हिमाचल इतिहास रहा है सच जनता तक पंहुचाना। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों से बधाई मिल रही है भूतपूर्व सैनिक यूनियन के गुलशन डोगरा, कर्मचारी यूनियन स्कूल न्यू प्रवक्ता यूनियन, तथा विभिन्न यूनियन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की आभार रैली चर्चा में है। कर्मचारियों के परिवार दिलों से सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त कर रहे है। सफल आयोजन के लिए कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।