बेलगाम क्यों हो गए हैं अधिकारी
हिमाचल प्रदेश में अफसरशाही क्या राजनीति पर हावी हो गई है
हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य है तथा हिमाचल प्रदेश के लोग भोले भाले हैं ऐसा कहा जाता है शालीनता के लिए देश में जाने जाते हैं उन्हें हिमाचली मुंडू कह कर भी अन्य राज्य के लोग पुकारते थे परंतु वक्त बदल चुका है। हिमाचल प्रदेश का अपना अस्तित्व है देश विदेश में डंका बजता है लेकिन हिमाचल प्रदेश की राजनीति में मुख्यमंत्री चाहे कोई भी रहा हो अफसरशाही कभी बेलगाम नहीं हुई। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार, छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री thakur रामलाल तथा हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ वाईएस परमार का कार्यकाल प्रदेश के लोगों ने देखा है कभी सड़कों पर अफसरशाही बेलगांव नहीं हुई। कुल्लू जिला में कल की जो घटना घटी उसकी जांच के आदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी दे दिए हैं परंतु बेलगाम व्यवस्था पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। हिमाचल प्रदेश के 8 उपायुक्तों के तबादले सरकार ने कर दिए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अधिकारियों को कड़े निर्देश देने चाहिए कि इस प्रकार की अनुशासनहीनता प्रदेश में सहन नहीं की जाएगी। सरेआम सड़क पर ड्रामा हो गया एसपी को सीएम सिक्योरिटी के अधिकारी को थप्पड़ मारना पड़ा बदले में लगते खानी पड़ी प्रदेश की जनता ने इस अजब गजब नजारे को देखा। हिमाचल प्रदेश को शर्मसार कर गई यह घटना। कल इसकी रिपोर्ट भी सामने आ जाएगी दोषियों को सजा भी मिल जाएगी परंतु क्यों हिमाचल की छवि खराब हुई है उसे क्या वापस लाया जा सकता है।