प्रदेश में पंजाब की तर्ज़ पर नहीं मिल रहे कई भत्ते
कर्मचारी भत्तों में पंजाब द्वारा की गई कटौती दुर्भाग्यपूर्ण
पंजाब वेतन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में वर्ष 2016 से 2021 के बीच बढ़े हुए देय भत्ते देने से भी पल्ला झाड़ लिया है व अनेक भत्ते बंद कर दिए हैं । इधर हिमाचल में पंजाब की तर्ज़ पर भत्ते पिछले दो दशक से मिलने लंबित हैं और पंजाब के अनेकों भत्ते हिमाचल में मिलते भी नहीं हैं । पंजाब वेतन आयोग ने इस बार कुल 35 प्रकार के भत्तों में से 15 किस्म के भत्ते समाप्त कर दिए हैं और मौजूदा भत्तों को 20 फीसदी घटाते हुए इनमें 0.8 गुणांक लागू किया है । कर्मचारी भत्तों में पंजाब द्वारा की जा रही कटौती को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राजकीय टीजीटी आर्ट्स संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने इसे स्वीकार न करने की बात कही है । हीर ने कहा कि पंजाब में मोबाईल भत्ता ग्रुप ए के लिए 500 से 750, ग्रुप बी के लिए 300 से 450, ग्रुप सी के लिए 250 से 400 और ग्रुप डी के लिए 250 से 375 रुपये करने की सिफारिश की गई है मगर यह भत्ता प्रदेश में नहीं मिलता है , भले ही सारे शिक्षण कार्य और वर्क फ्रम होम के कार्य मोबाईल से हो रहे हैं । पंजाब में उच्च शिक्षा भत्ता सकल राशि पीएचडी को 30 हज़ार, स्नातकोत्तर या 2 साल डिप्लोमा वालों को 25 हज़ार,एक साल डिप्लोमा वालों को 20 हज़ार, डिग्री या 3 साल से ज्यादा अवधि डिप्लोमा वालों को 15 हज़ार व 3 साल या कम अवधि डिप्लोमा वालों को 10 हज़ार देय है जो अधिकतम 2 बार मिलेगा , मगर प्रदेश में यह भत्ता नहीं मिलता है । पंजाब में प्रोबेशन अवधि वर्ष 2016 से तीन साल कर दी है और प्रोबेशन सेवाकाल में न ग्रेड पे दी जा रही है , न ही इंक्रीमेंट और इस सेवाकाल को टाईम स्केल देने हेतु नहीं गिना जा रहा है । 2011 के संशोधित वेतनमान अनुसार आरंभिक स्केल फिक्सेशन भी प्रदेश में पंजाब तर्ज़ पर नहीं की गई है । इसके अलावा फूल पेंशन हेतु सेवाकाल 25 साल रखना भी कर्मचारी हितों अनुसार सही नहीं है क्योंकि अधिक उम्र में नियुक्त हो रहे कर्मचारियों की कुल सेवा 20 साल भी नहीं हो पाती है ।
0-5 आयुवर्ग के बच्चों को लगे इंफ्लुएंज़ा वैक्सीन
राजकीय टीजीटी आर्ट्स संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि 0-5 वर्ष आयुवर्ग क नौनिहालों को इंडियन अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की सिफ़ारिश अनुसार इंफ्लुएंज़ा वैक्सीन लगाएँ ताकि उनकी इम्यूनिटी बढ़े व कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों की सुरक्षा हो सके । अमेरिका के सेंट्र फॉर डिजीज कंट्रोल और मिशिगन मेडिकल हेल्थकेयर ने फ्लू वाइक्स्कीन वाले बच्चों के कोरोना से कम संक्रमित होने की स्टडी भी पेश की है ।
प्रदेश में पंजाब की तर्ज़ पर नहीं मिल रहे कई भत्ते
कर्मचारी भत्तों में पंजाब द्वारा की गई कटौती दुर्भाग्यपूर्ण
पंजाब वेतन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में वर्ष 2016 से 2021 के बीच बढ़े हुए देय भत्ते देने से भी पल्ला झाड़ लिया है व अनेक भत्ते बंद कर दिए हैं । इधर हिमाचल में पंजाब की तर्ज़ पर भत्ते पिछले दो दशक से मिलने लंबित हैं और पंजाब के अनेकों भत्ते हिमाचल में मिलते भी नहीं हैं । पंजाब वेतन आयोग ने इस बार कुल 35 प्रकार के भत्तों में से 15 किस्म के भत्ते समाप्त कर दिए हैं और मौजूदा भत्तों को 20 फीसदी घटाते हुए इनमें 0.8 गुणांक लागू किया है । कर्मचारी भत्तों में पंजाब द्वारा की जा रही कटौती को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राजकीय टीजीटी आर्ट्स संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने इसे स्वीकार न करने की बात कही है । हीर ने कहा कि पंजाब में मोबाईल भत्ता ग्रुप ए के लिए 500 से 750, ग्रुप बी के लिए 300 से 450, ग्रुप सी के लिए 250 से 400 और ग्रुप डी के लिए 250 से 375 रुपये करने की सिफारिश की गई है मगर यह भत्ता प्रदेश में नहीं मिलता है , भले ही सारे शिक्षण कार्य और वर्क फ्रम होम के कार्य मोबाईल से हो रहे हैं । पंजाब में उच्च शिक्षा भत्ता सकल राशि पीएचडी को 30 हज़ार, स्नातकोत्तर या 2 साल डिप्लोमा वालों को 25 हज़ार,एक साल डिप्लोमा वालों को 20 हज़ार, डिग्री या 3 साल से ज्यादा अवधि डिप्लोमा वालों को 15 हज़ार व 3 साल या कम अवधि डिप्लोमा वालों को 10 हज़ार देय है जो अधिकतम 2 बार मिलेगा , मगर प्रदेश में यह भत्ता नहीं मिलता है । पंजाब में प्रोबेशन अवधि वर्ष 2016 से तीन साल कर दी है और प्रोबेशन सेवाकाल में न ग्रेड पे दी जा रही है , न ही इंक्रीमेंट और इस सेवाकाल को टाईम स्केल देने हेतु नहीं गिना जा रहा है । 2011 के संशोधित वेतनमान अनुसार आरंभिक स्केल फिक्सेशन भी प्रदेश में पंजाब तर्ज़ पर नहीं की गई है । इसके अलावा फूल पेंशन हेतु सेवाकाल 25 साल रखना भी कर्मचारी हितों अनुसार सही नहीं है क्योंकि अधिक उम्र में नियुक्त हो रहे कर्मचारियों की कुल सेवा 20 साल भी नहीं हो पाती है ।
0-5 आयुवर्ग के बच्चों को लगे इंफ्लुएंज़ा वैक्सीन
राजकीय टीजीटी आर्ट्स संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि 0-5 वर्ष आयुवर्ग क नौनिहालों को इंडियन अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की सिफ़ारिश अनुसार इंफ्लुएंज़ा वैक्सीन लगाएँ ताकि उनकी इम्यूनिटी बढ़े व कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों की सुरक्षा हो सके । अमेरिका के सेंट्र फॉर डिजीज कंट्रोल और मिशिगन मेडिकल हेल्थकेयर ने फ्लू वाइक्स्कीन वाले बच्चों के कोरोना से कम संक्रमित होने की स्टडी भी पेश की है ।