3Dलोकहित सनातन धर्म सभा मैहरे का गठन सोसाइटी एक्ट के 1860 के अधीन हुआ है।
28 अक्टूबर को पंजीकरण के 35 साल का सफर हो रहा पूरा।
आदि जगदीश्वर मुक्तिधाम मंदिर मैहरे
बड़सर। सतीश शर्मा विट्टू।लोकहित सनातन धर्मसभा मैहरे का गठन सोसाइटी एक्ट 1860 के अधीन हमीरपुर में हुआ है। लोकहित सनातन धर्म सभा का 35 साल का सफर पूरा हो रहा है। संस्था क्षेत्र में वर्ष में प्रवेश कर रही है। इस संस्था के संयोजक पंडित दुनी चंद पुत्र श्यामा राम रहे हैं। इस मंदिर के निर्माण के लिए लंबा संघर्ष रहा है। विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। असंख्या भंडारे मंदिर में आयोजित किए गए हैं। इसके अलावा धार्मिक स्थलों की यात्राएं भी आयोजित की गई है। वर्तमान में संस्था के संयोजक महंतू सुनील कुमार दुनीचंद के बड़े बेटे हैं। मंदिर में हर साल के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस साल 11 दिन का गणेश उत्सव भी धूमधाम से आयोजित किया गया। सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में संस्था का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। विकास के कार्य निरंतर जारीहै। वर्तमान में मंदिर में गुंबद का कार्य जारी है। मंदिर परिसर में संतोषी माता का मंदिर, शिव भोलेनाथ का मंदिर, बाबा बालक नाथ का मंदिर, नवग्रह की मूर्तियां मूर्तियां, शनि महाराज की मूर्ति, विश्वकर्मा की मूर्ति स्थापित की गई है। इसके अलावा मंदिर पर आंगन में नंदी बैल विराजमान है। सनातन धर्म का झंडा सदा लहराता है। विजयदशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौजन्य से कार्यक्रम का आयोजन भी इस बार किया गया है। 28 अक्टूबर को इस संस्था के पंजीकरण के 35 वर्ष पूरे हो रहे हैं। 35 वर्ष के कार्यकाल में संस्था ने के ही उतार-चढ़ाव देखे हैं। संस्था के संयोजक दुनी चंद का हमारे परिवार से रिश्ता रह रहा है। इस संस्था से जुड़े कई अपने अनुभव लेखक के साथ भी सांझा किए हैं। उन्होंने मंदिर में असंख्या भंडारे आयोजित किए हैं। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक यात्राओं का भी आयोजन किया है। साल 2017 में पंडित दुनी चंद अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर ब्राहमलीन हो गए हैं। लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा इस मंदिर के विकास के लिए मिलता रहेगा।
वर्तमान में संस्था के संयोजक का दायित्व उनके बड़े बेटे महंतू सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि इस संस्था के विकास के लिए वह तथा उनके परिवार संस्था में हर प्रकार का सहयोग कर संस्था को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि मंदिर के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाकर इसका विकास करवाया जाएगा इसके लिए प्रयास जारी है इस कार्य में सबका सहयोग जरूरी है। उन्होंने किसी क्षेत्र के लोगों से भी आहवान किया है कि अधिक से अधिक संख्या में संस्था में हर संभव सहयोग करें। इस मंदिर के विकास में असंख्य लोगों का योगदान मिलता रहा है तथा आगे भी मिलता रहेगा।