भदौड़ हलके से सीएम चन्नी को बेहद आम शख्स ने दी सियासी शिकस्त
– लाभ सिंह उगोके ने कर रखा है प्लंबर का कोर्स, करता है मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान

भदौड। टॉप न्यूज़/ सतीश शर्मा।
– लाभ सिंह के पास सिर्फ 75 हजार रुपये की नकदी, 2014 मॉडल की पुरानी बाइक व दो कमरों का मकान
– लाभ सिंह की मां एक सरकारी स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पिता करते हैं मजदूरी, पत्नी घरेलू महिला, दो बच्चे
चंडीगढ़। सतीश शर्मा।पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी दोनों सीट श्री चमकौर साहिब और भदौड़ से चुनाव हार चुके हैं। भदौड़ में सीएम चन्नी को बेहद आम शख्स ने सियासी शिकस्त दी है। आम आदमी पार्टी ने लाभ सिंह उगोके को अपना प्रत्याशी बनाया था। लाभ सिंह ने प्लंबर का कोर्स किया है और वह मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं। गरीब घर से ताल्लुक रखने वाले नौजवान लाभ सिंह उगोके ने सीएम चन्नी को 37500 मतों से हराकर इतिहास रचा।
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के पास 7 करोड़ 97 लाख रुपये की चल और अचल संपति है। सीएम चन्नी की पत्नी कमलजीत कौर भी 4 करोड़ 18 लाख और 45 हजार रुपये की चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं। चन्नी व उनकी पत्नी कमलजीत कौर के पास फॉर्य्चूनर गाडियां हैं। चन्नी के पास चार करोड़ रुपये से ज्यादा की आवासीय जगह है। जबकि पत्नी के पास भी दो करोड़ 27 लाख और 85 हजार रुपये की आवासीय जगह है। वहीं सीएम चन्नी को हराने वाले आप के उम्मीदवार लाभ सिंह उगोके के पास सिर्फ 75 हजार रुपये की नकदी है और 2014 मॉडल की पुरानी बाइक व दो कमरों का मकान है।
लाभ सिंह उगोके ने कहा कि मुझे पीछे हटने के लिए पांच करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था, जिसका ऑडियो मेरे पास मौजूद है। लाभ सिंह उगोके ने कहा कि वह सिस्टम बदलने की लड़ाई लड़ रहे हैं, किसी भी कीमत में अपना जमीर नहीं बदल सकते हैं, क्योंकि कुल्लियों वालों की लड़ाई महलों वालों से थी लेकिन भदौड़ के जुझारू लोग पूंजीपति चन्नी को भारी बहुमत से मात देकर 1952 वाला इतिहास दोहराया है।
उन्होंने बताया कि 1952 में गरीब आदमी अर्जन सिंह का मुकाबला चुनाव में एक राजा से था। अर्जन सिंह बैलगाड़ी पर चुनाव प्रचार करता था लेकिन राजा के पास सभी साधन थे और उस राजा ने उस समय अपने चुनाव पर एक लाख रुपया खर्च किया था लेकिन भदौड़ के लोगों ने अर्जन सिंह को जीत दिलाई और राजा को हराकर उसका अहंकार तोड़ा। इस बार भी भदौड़ में यही हुआ है और वह हलका भदौड़ का दिल्ली मॉडल की तरह विकास करेंगे। आपको बताते चलें कि लाभ सिंह का एक साधारण परिवार है। दो कमरों के घर में रहने वाले लाभ सिंह की मां एक सरकारी स्कूल में दर्जा चार कर्मचारी हैं। उनके पिता ने मजदूरी कर अपने परिवार को आगे बढ़ाया। उनकी पत्नी घरेलू महिला हैं और लाभ के दो बच्चे हैं। लाभ सिंह पिछले लगभग 10 साल से आप से जुड़े हैं। वह भगवंत मान के करीबी हैं।
पोस्ट साभार…. Sushil Thakur

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