मुख्य मंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के जिला में छात्रा से छेड़छाड़ के आरोप मामला संगीन जांच जारी पूरी स्टोरी टाप न्यूज़ मीडिया की खोज खबर
बड़सर। सतीश शर्मा विट्टू। प्रदेश के सबसे अधिक पढ़ी-लिखे जिला हमीरपुर के शिक्षण संस्थान की स्टोरी लेकर हम आपके बीच आए हैं विभिन्न पहलू जो इस स्टोरी से जुड़े हैं आपके साथ साझा कर रहे हैं ताकि लोग जागरुक रहे। हमीरपुर जिला का शिक्षण संस्थान बट संविधान सभा क्षेत्र के अधीन पड़ता है। शिक्षण संस्थान से जुड़े मामले में एक छात्रा के अभिभावकों ने शिकायत दर्ज करवाई है कि उसकी बेटी के साथ संस्थान में पढ़ाने वाले अध्यापक ने छेड़छाड़ की है।
क्या है मामला-मिली जानकारी के अनुसार छात्रा ने अपनी मांग को बताया कि जब वह अपनी कक्षा में बैठी थी तो अध्यापक कक्षा में सभी बच्चों की क्लास ले रहे थे क्लासरूम में अध्यापक ने उसके साथ छेड़छाड़ की है। उसके बाद छात्रा के अभिभावक शिक्षण संस्थान पहुंचते हैं तथा शिक्षण संस्थान के बाद पुलिस स्टेशन तथा मामला दर्ज किया जाता है। मामला उजागर होने पर मीडिया में भी इसका वीडियो वायरल होता है। टॉप न्यूज की खोज में इस खबर का पीछा करते हुए शिक्षण संस्थान पहुंचते हैं तो संस्थान के बाहर पुलिस की गाड़ी खड़ी थी संस्थान में पुलिस स्टाफ की स्टेटमेंट ले रही थी जिसमें हर शिक्षण संस्थान में सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी बनी होती हैं कमेटी में दो महिला अध्यापक तथा दो अन्य पुरुष अध्यापकों से स्टेटमेंट ली जाती है। संस्थान के बच्चों की जिस क्लास में छात्रा पढ़ती थी स्टेटमेंट ली जाती हैं। क्योंकि किसी सुनसान जगह अथवा अकेले कमरे में छेड़छाड़ नहीं हुई है पूरी क्लास के बच्चे कमरे में थे सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है। प्रधानाचार्य से जब हमने जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि इस बारे में पुलिस तथा विभाग को सूचित कर दिया गया है।
अभिभावक का क्या कहना है-छात्रा के पिता से जब हमने फोन मिलाया तो छात्रा के पिता ने बताया कि उसकी बेटी ने अपनी मां को घटना के बारे में बताया था तथा मां ने उन्हें अवगत करवाया उसके बाद शिकायत दर्ज करवाई गई है। पुलिस जांच कर रही है। जब छात्रा के पिता से जानना चाहा कि संस्थान में लड़की ने अपनी किसी सहेली अथवा सहपाठी को इसके बारे में बताया था तो उनका कहना था कि अभी कुछ दिन पहले ही कक्षाएं शुरू हुई है तथा उनकी बेटी ने घर पर आकर की घटना का विवरण दिया है उसके बाद पुलिस को कंप्लेंट दे दी गई है उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है जांच जारी है।
कौन है आरोपी अध्यापक-आरोपी अध्यापक 2002 में शिक्षा विभाग में तैनात हुआ था तथा 9 साल के बाद शिक्षा विभाग में पक्का हुआ है। उसकी आयु आयु करीब 50 साल है। उसके दो बच्चे बेटा तथा बेटी हैं। अध्यापक ने बताया कि वह कंप्यूटर विषय पढाता है। अध्यापक के साथ हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि क्लास रूम में बच्चों को बैठने के लिए चेयर यू शेप में सीटिंग प्लान की गई है। दरवाजे के बिल्कुल सामने पिछले साल लड़कों को बिठाया जाता था तथा लड़कियों को दूसरी तरफ लेकिन इस साल में मैं महीने में ही उन्होंने इस संस्थान में ज्वाइन किया है। उन्होंने सीटिंग प्लान में चेंज किया है तथा लड़कियों को दरवाजे के बिल्कुल सामने बैठने की व्यवस्था की है ताकि लड़कियों पर सामने बाहर से भी जो सुपरवाइजर कमरे में बैठते हैं क्लास खाली भी हो तब भी कक्षा पर नजर रखी जा सके। अध्यापक ने बताया कि बच्चों को कंप्यूटर की क्लास में प्रैक्टिकल टाइपिंग शुरू करवाने के लिए उसे दिन भी कार्य शुरू करवाया गया तो कई बच्चों के कंप्यूटर प्रॉपर नहीं चल रहे थे इसलिए जिन-जिन बच्चों के कंप्यूटर अथवा माउस सही नहीं चल रहे थे उन्हें ठीक से चलने के लिए अध्यापक जिन बच्चों ने शिकायत की थी उनके पास सीखाने के लिए चेयर के पास गए थे। लेकिन पूरी भरी क्लास में किस प्रकार कोई अध्यापक छेड़छाड़ कर सकता है। अध्यापक का कहना था कि वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए प्रयास करेगा परंतु जान से पूर्व भी उसे दोषी मान लेना भारतीय न्याय व्यवस्था के अनुसार से ही नहीं है। उसने अपनी तरफ से सभी छात्रों को हमेशा सही ढंग से पढ़ाने का प्रयास किया है। शिक्षण संस्थान की कमेटी तथा पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। छात्रा के बयान दर्ज किए गए हैं। पुलिस इस मामले से जुड़ी सभी जानकारियां एकत्रित कर रही हैं। शिक्षा विभाग को भी शिक्षण संस्थान की तरफ से अवगत करवाया गया है। जांच जारी है। टॉप न्यूज की खोज खबर में अब तक इतना ही पार्ट वन समाप्त अगली कड़ी में जो भी जानकारियां हमें मिलेंगे हम अपने दर्शकों के साथ सांझा करेंगे। पत्रकारिता का धर्म है कि सच्चाई को मीडिया के माध्यम से लोगों के बीच रखना। पत्रकार कोई जांच एजेंसी नहीं है इसके लिए पुलिस तथा शिक्षण संस्थान जांच कर रहे हैं उसके बाद न्याय व्यवस्था है। हम यह नहीं कहते कि अध्यापक की कोई गलती नहीं है अथवा छात्रा के आरोप सही है अथवा गलत हमारा मौलिक तथा नैतिक कर्तव्य भी है कि हम इस मामले से जुड़ी सभी जानकारियां जनता के बीच रखें शिक्षण संस्थान अध्यापक तथा छात्रा का नाम गोपनीय रखना हमारा कर्तव्य है जांच के बाद जो तथ्य आएंगे वह भी आपको अवगत करवाएंगे। खबर का मकसद भी यही है कि दोषी छूटे नहीं तथा निर्दोष फंसे नहीं। इस खबर के बारे में इससे अधिक किसी को कोई भी जानकारी हो तो हमारे मोबाइल पर संपर्क कर सकता है। शिक्षण संस्थान अध्यापक आरोपी तथा छात्रा के अभिभावक छात्रा कोई भी अपना पक्ष रखना चाहे तो हमसे संपर्क कर सकते हैं।
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