सर्व सांझा दरबार बंगा/ कनाडा के बाबा रंगड़ बादशाह का 75 वां चाला
देश विदेश में बाबा के प्रचार को समर्पित रंगड़ बादशाह
दियोटसिद्ध। सतीश शर्मा विट्टू। चैत्र मास मेला के दौरान शाहतलाई में एक महीने तक बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है व 14 अप्रैल तक लंगर श्रद्धालुओं को समर्पित किया गया है। रविवार को बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के साथ बाबा पहुंचे तथा अपनी श्रद्धा सुमन का अर्पण किया। बीबी सत्यवती परिवार के रंगड बादशाह का बाबा बालक नाथके प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इतिहास में लेकर चलें तो अंतरराष्ट्रीय बाबा बालक नाथ सेमिनार का आयोजन करवाया गया था जिसमें बाबा बालक नाथ पर शोध पत्र प्रकाशित किए गए थे उसमें पीसी शर्मा चकमोह की भूमिका की महत्वपूर्ण रही थी। इस परंपरा को आगे बढ़ते हुए वर्तमान में कनाडा में 74 एकड़ में बाबा बालक नाथ के मंदिर को विकसित किए जाने का प्रोजेक्ट भी है। इसके अलावा भारतवर्ष की धरती पर पुण्य भूमि हरिद्वार में भी बाबा बालक नाथ का मंदिर बनाए जाने के लिए बाबा के भक्त समर्पित है। शाह तलाई में भी चरण गंगा में एक भव्य सरोवर बनाए जाने की बनाए जाने की भी बाबा की योजना है। इस योजना के अधीन चरण गंगा में भव्य सरोवर बनाया जाएगा जिसमें सरोवर बनाकर शाह तलाई ट्रस्ट को समर्पित किया जाएगा उस स्थान पर शौचायलयों का निर्माण भी श्रद्धालुओं के लिए करवाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा मिलसके। बाबा का 75 वां चाला रविवार को मंदिर गुफा में पहुंचा था तथा हजारों की संख्या में बाबा के साथ श्रद्धालु भी पहुंचे थे। श्रद्धालुओं में व्यवस्था बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जिसमें श्रद्धालुओं को लाइनों में लगाकर रससे लगाए गए थे ताकि किसी प्रकार की अन्य लोगों को भी असुविधा न हो। बाबा के दरबार में गुफा में रंगड ने ₹100000 नगद चढ़ाया था इसके अलावा बाबा की गुफा में जो मुद्रा अर्पित की गई थी बाबा की अथाह भक्ति का परिचायक थी। इस मामले को बेवजह रंगत दिए जाने के भी बात रंगड बादशाह के साथ जुड़े श्रद्धालुओं ने कही है। श्रद्धालु ने बताया कि बाबा बालक नाथ न्यास ट्रस्ट का योगदान भी महत्वपूर्ण रहा है ट्रस्ट द्वारा बेहतर प्रबंध किया गया था। मुद्रा को बाबा के चरणों में समर्पित किए जाने को श्रद्धालुओं ने बेवजह तूल देने की बात कही है। इस पूरे प्रकरण में होली के त्योहार पर व्यक्तिगत तौर पर में भी शामिल हुआ था जब पुलिस द्वारा चाला
को रोका जा रहा था तो हमने उसका लाइव भी किया था जिसमें लाइव के बाद पुलिस पुलिस वहां से हट गई थी तथा बाबा ने बाबा बालक नाथ की तपोभूमि में दर्शन किए थे। हजारों श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था पूरा महीना की गई है। बाबा बालक नाथ के प्रचार प्रसार में रंगड बादशाह महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं।