बाबा बालक नाथ मंदिर लकड़ी की पौड़ी से गुफा तक पहुंचने के लिए आधुनिक गुफा के रास्ते के निर्माण तक का सफर
दियोटसिद्ध। सतीश शर्मा विट्टू। उत्तरी भारत का प्रमुख सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ न्यास के विकास की अलग ही गाथा है इसे एक सूत्र में पुराने के लिए हम आप तक सिलसिले बार इस मंदिर के इतिहास तथा विकास की यात्रा का विवरण लेकर आपके बीच आ रहे हैं। इस पूरी धार्मिक यात्रा का अधिक आनंद लेना चाहते हैं तो आप हमारेSatish Sharma Baba Balk Nath. फेसबुक पेज पर लाइक कर कर आनंद ले सकते हैं।
बाबा बालक नाथ की गुफा एक जमाना ऐसा भी था जब लोग पौड़ी से चढ़कर गुफा में दर्शन करते थे. उस जमाने में बाबा बालक नाथ मंदिर में गुफा तक पहुंचाने के लिए पुरुषों को ही पौड़ी चढ़कर ऊपर जाना पड़ता था. महिलाएं उस समय गुफा के प्रांगण से ही दर्शन करती थी। जब अनुराधा ठाकुर आईएएस अधिकारी बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास आयुक्त बनाई गई उस दौरान उन्होंने महिलाओं के दर्शनों के लिए गुफा के सामने चबूतरे का निर्माण करवाया वहां से महिलाएं आज भी दर्शन करती हैं। 2022 में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर इस इस मंदिर में गुफा को जाने वाले रास्ते का जीर्णोद्धार करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने बाबा बालक नाथ ट्रस्ट का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आरईसी हमीरपुर से सिविल इंजीनियर स्कॉलर राजेश बन्याल को को ट्रस्टी नियुक्त किया गया भले ही उस समय इंजीनियर राजेश को ट्रस्ट में स्थान देने के लिए कांग्रेस के ही कुछ लोगों ने विरोध भी किया लेकिन मुख्यमंत्री के सामने उनकी एक नहीं चली। इंजीनियर राजेश ने मंदिर की गुफा को जाने वाले रास्ते के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो कार्य आदिकाल से जब से मंदिर बना है गुफा तक पहुंचाने के लिए श्रद्धालु परेशान होते थे उनकी सुझाव की व्यवस्था के कारण एक नए अध्याय का सूत्रपात हुआ तथा गुफा तक जो रास्ता बनाया गया वहां एक साथ कई लोग दर्शन कर सकते हैं महिलाओं को भी दर्शनों के लिए काफी सुविधा हुई है। विभिन्न राज्यों से आने वाली महिलाओं ने इस कार्य के लिए न्यास का आभार प्राप्त किया है। पूरा न्यास प्रशासन इसके लिए बधाई का पात्र है। ट्रस्ट का का नया गठन भी किया जाना है जिसमें गैर सरकारी ट्रस्टी बनाए जाएंगे इस बार भी लोगों की मांग है मुख्यमंत्री से की राजेश बन्याल की ट्रस्टी बनकर सेवाएं ली जाएं ताकि मंदिर के विकास में एक नया अध्याय लिखा जा सके जिससे श्रद्धालुओं को लाभ मिल सके मंदिर में विकास के लिए कई नए प्रोजेक्ट भी शुरू किया जा रहे हैं उनमें तकनीक के ज्ञान के सागर राजेश बन्याल की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। मुख्यमंत्री को इस मंदिर से काफी लगाव है जब वह अपनी धर्मपत्नी के साथ इस मंदिर में दर्शन करने के लिए मुख्यमंत्री बनने के बाद पहुंचे थे तो उन्होंने इस मंदिर को जोड़ने वाली सड़क को आधुनिक सड़क बनाने के लिए विभाग को निर्देश भी दिए थे।