विधायक लखनपाल के जन्मदिन पर विशेष कौन है सुरेंद्र अग्निहोत्री जो सुख-दुख में भाई के साथ हैं चट्टान की तरह खड़ा रहता है

बड़सर। सतीश शर्मा विट्टू
बहुत सकून मिलता है जब सुख दुख में भाई साथ हो
विधायक इंद्र दत्त लखनपाल से तो सभी परिचित हैं वह किसी परिचय के मोहताज नहीं है लेकिन उनके साथ सुख में भी तथा दुख में ज्यादा चट्टान की तरह कोई खड़ा रहता है तो वह है सुरेंद्र अग्निहोत्री। जिसे राजनीति की भूख नहीं पैसे का लालच नहीं तथा किसी की परवाह नहीं बेपरवाह हमेशा आगे बढ़ने का जज्बा। 2007 में विधायक लखनपाल ने टिकट के लिए आवेदन किया तो सुरेंद्र अग्निहोत्री भी उनके साथ चट्टान की तरह चंडीगढ़ से शिमला शिमला से दिल्ली दिल्ली से बड़सर चक्कर लगाते रहे कांग्रेस से टिकट मांगा तो राजा वीरभद्र ने ही उस मामले में प्रश्न किया कि आपकी एक टांग शिमला में दूसरी बडसर में कैसे चलेगा। परिवार के अपनों ने भी कसर नहीं रखी तथा टिकट मिलने का विरोध करने में महाभारत की तरह भूमिका अदा की। लेकिन धुन के पक्के इंद्र दत्त लखनपाल ने बड़सर को अपना घर बनाया। कांग्रेस सेवा दल तथा समाज सेवा के बल पर उन्होंने बड़सर में लोगों से मिलना जुलना शुरू किया। कई क्रिकेट प्रतियोगिताएं करवाई। 2012 में कांग्रेस पार्टी का टिकट मांगा तो टिकट आपका फैसला की एमडी सुरेश ठाकुर को डिक्लेयर हो गया उसके बाद सफर शुरू हुआ सुरेंद्र अग्निहोत्री की प्लेन का मीटिंग शुरू हुई कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय प्रमुख तथा सोनिया गांधी से मुलाकात तथा रातों रात टिकट टिकट बदल गया इंद्रदत लखनपाल कांग्रेस की प्रत्याशी बने दिल्ली से बड़सर के लिए जब पहुंचे तो हमीरपुर जिला की सीमा पर गल्लू के पास इतना जोरदार स्वागत हुआ कि ऐसा मौका पहली बार था तथा सुरेंद्र अग्निहोत्री चाणक्य की तरह रणनीति में जुट गया। आज उसी स्थान पर उनका एक अपना होटल भी है। लगातार प्रयास जारी रहे। 2012 का चुनावजीता, 2017 का, 2022 का, उप चुनाव सबसे कठिन था कांग्रेस को अलविदा कर दिया लखनपाल ने अब अपनों से तथा भाजपा दोनों में तालमेल बनाना था। पूरी रणनीति बनाई गई मुख्यमंत्री ने 12 जनसभाएं की कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी को गली गली घुमाया। भारतीय जनता पार्टी का साथ लिया मुख्यमंत्री ने इंद्र को हराने के लिए वोट फॉर पीएम वोट फॉर सीएम का नारा लगाया लेकिन इस चुनाव में भाजपा नहीं इंद्र दत्त लखनपाल
ने इतिहास रचा। रिकॉर्ड कड़े मुकाबले में जीत दर्ज की। इस जीत का श्रेय ए बहुत से लोगों को जाता है लेकिन इसका असली हकदार एक ऐसा व्यक्ति भी है जो हमेशा पर्दे के पीछे पुरी धुन के साथ लगा रहता है वैसे इस सीक्रेट अभियान में बहुत से और लोग भी हैं जो इस मुकाबले को रोचक बनाते हैं। राजनीति में कभी चुनाव लड़ना हो तो अपने साथ एक सुरेंद्र अभिनेत्री जैसा भाई भी जरूर रखना। जो आप आपका हमेशा मार्गदर्शन करें आप गलत भी हो जाएं तब भी आपके सामने चट्टान की तरह खड़ा रहे। जन्मदिन के मौके पर सुरेंद्र अग्निहोत्री की तरफ से इंद्रदत लखनपाल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। टॉप न्यूज की तरफ से सुरेंद्र अग्निहोत्री तथा लखनपाल दोनों को बधाई।

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