ज्वलंत मुद्दा
क्या कांग्रेस बड़सर मे लीडरलेस हो चुकी है
कांग्रेस के ही एक कार्यकर्ता ने सवाल किया है आपको क्या लगता है कमेंट जरूरकरें
चंद्र ग्रहण तथा सूरज ग्रहण
क्या कांग्रेस को भी बड़सर में ग्रहण लगा है
टॉप न्यूज की खोज खबर
हमीरपुर/बड़सर। सतीश शर्मा। हमें जन्नत का नजारा मालूम है ख्याल अच्छा है गालिव दिल बहलाने के लिए
तीन बार के विधायक पार्टी को छोड़कर अलविदा कर गए क्या यह कांग्रेस के लिए ग्रहण नहीं है।
बड़सर कांग्रेस की जो स्थिति बनी हुई है उसको लेकर सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसका शीर्षक है कि क्या कांग्रेस बड़सर में लीडर लेस हो चुकी है आपकी क्या राय है। इसी मुद्दा पर टॉप न्यूज की खोज खबर आपके लिए जारी है
लीडर बहुत है परंतु सेल्फ मेड लीडर लीडर बनने के लिए सबको साथ लेकर चलना होता है कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की हार का सबसे बड़ा कारण क्या रहा कांग्रेस की खिचड़ी। समय के साथ कांग्रेस पार्टी बदलाव नहीं करेगी तो पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कांग्रेस पार्टी को लेकर ठीक ही कहा है की जवाहरलाल नेहरू महात्मा गांधी इंदिरा गांधी राजीव गांधी की पार्टी समाप्त होने जा रही है उन्होंने तो राहुल गांधी को भी टिप्पणी की है। बड़सर में बाबा बालक नाथ ट्रस्ट में कितने ट्रस्टी बनाए गए हैं बाबा बालक नाथ की प्रॉपर्टी डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य को जो आवास दिया गया था आज तक ट्रस्ट उस आवास को लेने के लिए प्रयास नहीं कर पाया है प्रधानाचार्य टर्मिनेट होने के बाद बहाल होकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी रिटायर हो चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की बैठक होती है दो बार की विधायक मनजीत सिंह डोगरा को बैठक में बुलाया नहीं जाता अथवा आते नहीं है। दो बार के विधायक को अगर दर्दनाक किया जाएगा तो कोई भी कांग्रेस का लीडर कांग्रेस को आगे नहीं ले जा सकता। कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्रभारी रहे विशाल राणा भी इस बैठक में उपस्थित नहीं रहे जो बैठक विकास की चर्चा के लिए आयोजित की गई। कैसा विकास जब मीडिया प्रभारी की दूरी बना लें। टिकट मिलना एक ही व्यक्ति को संभव हो सकता है लेकिन जब टिकट मिल गया तो कृष्ण प्रधान को साथ लेकर चलने का कितना प्रयास हुआ बेचारा अकेला मुख्यमंत्री को वोट देने की बात करता रहा लेकिन उसे क्या मिला कलंक की कांग्रेस की हार का वह दोषी है। हार जीत तो चलती रहती है। पिछले कई महीने से मिनी सचिवालय का भवन बनकर तैयार हो गया है इसे जनता को समर्पित किया जाना चाहिए। ऑनलाइन भी इसका उद्घाटन किया जा सकता है कार्यालय शिफ्ट किया जा सकते हैं लेकिन अगर 25 लीडर है तो उनमें से किसी एक ने भी मुख्यमंत्री से इसका उद्घाटन ऑनलाइन करवाने के लिए सिफारिश की है हमारी जानकारी के अनुसार बिल्कुल भी नहीं। मुख्यमंत्री 6 महीने 1 साल अगर नहीं आएंगे तो उद्घाटन नहीं होगा। कौन लीडर है जो मुख्यमंत्री को बोले कि अगर आप नहीं आएंगे तो हम भूख हड़ताल कर रहे हैं इसे जनता को समर्पित किया जाना चाहिए। कितने उद्घाटन ऑनलाइन किए जाते हैं इसका क्यों नहीं। बड़सर एसडीम ऑफिस में पानी टपकता है। छत गिर रही है कैसे लीडरों की बात कर रहे हैं संजय भाई आप। अधिकतर तो ठेकेदार हैं जिनका काम ठेकेदारी करना है सुभाष को इसलिए दोषी कहते हैं कि वह उन्हें काम नहीं दिला रहा उनकी पेमेंट नहीं करवा रहा। क्या लीडर का काम ठेकेदारों के ठेके दिलाना है माना कांग्रेस का कोई कार्य करता अगर ठेकेदार है तो उसके लिए लीडर बोल सकता है लेकिन लीडर सबके लिए है जनता के लिए भी बोलना होगा। टिल्लू गांव में महिला का घर गिरा कांग्रेस पार्टी का कौन लीडर उसे परिवार की सुध लेने के लिए गया जबकि भारतीय जनता पार्टी के विधायक इंद्रदत लखनपाल रात को ही उसे महिला को बाहर निकालने के लिए टिल्लू में पहुंचे तथा रात 10:30 बजे तक बाहर रहे महिला को ट्रीटमेंट दिलाई। 10000 की आर्थिक सहायता भी दी। टॉप न्यूज की तरफ से हम भी उस महिला के घर पहुंचे थे पिछले कल उसके बेटे से मिले परिवार का हाल जाना उनकी जितनी सहायता की जा सकती है करवाने का प्रयास कर रहे हैं चाहे प्रधान हो चाहे अन्य लोग। एसडीएम बड़सर के साथ भी परिवार की मदद करने के लिए हमने अपनी तरफ से प्रयास किया है। हम नहीं कहते कि हमने बहुत बड़ा तीर मारा है परंतु लोगों के लिए जाना पड़ता है। मुझे नहीं लगता आप भी गए होंगे अथवा कांग्रेस का कोई लीडर भी। उस महिला के लोग ही कामआए आस पड़ोस के।
कांग्रेस पार्टी के किस लीडर की बात कर रहे हैं संजय भाई आप आप भी लीडर है और भी बहुत से लीडर लेकिन जनता से जुड़ना पड़ता है बड़सर के लोगों को एक परिवार मानना पड़ेगा चाहे बीजेपी के हो चाहे कांग्रेस के चाहे आम जनता। उसे कहते हैं लीडर मुझे लगता है वैसा कोई लीडर नजर नहीं आता। हो सकता है मैं गलत हूं लेकिन सच्चाई यही है आपको भी मानना होगा कांग्रेस लीडर शून्य हो चुकी है इस विधानसभा में। नये युवाओं को मौका मिलना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी लंबे समय से इस विधानसभा में केंद्रीय विद्यालय खोलने का शोर मचा रही है। पांचवीं बार लोकसभा के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर बने हैं लेकिन कांग्रेस का कोई लीडर है जो सवाल कर सके की अनुराग जी बडसर में केंद्रीय विद्यालय क्यों नहीं खुल रहा। कई सालों से हम सुन रहे हैं कि बिजडी में केंद्रीय विद्यालय बन रहा है हकीकत में कहां है। आज तक बड़सर में बस अड्डा नहीं बन पाया कौन लीडर है जो इस अड्डे की डिमांड लेकर मुख्यमंत्री के पास गया है तथा कहां है कि अगर हमें वोट मांगने हैं तो बस अड्डा का भी विकास होना चाहिए हमीरपुर में मुख्यमंत्री ने प्रदेश का सबसे बड़ा बस अड्डा सात मंजिल का कार्य शुरू किया है लोगों के बीच जाकर काम करना पड़ता है। टिकट के लिए बोलना अलग बात है लोगों के लिए भी बोलना पड़ता है। लीडर बनने के लिए जो गुण जरूरी है उनमें सबसे पहले गुण है लोगों को साथ लेकर चलने का गुण उनको अपने साथ चलाने का गुण, लोगों के लिए जीने मरने का गुण अगर यह है तो आप भी लीडर में सब लीडर है अगर यह गुण नहीं है तो लीडर कौन है।