धर्मपुर-मंडी, सीटू से सबंधित आउटसोर्स सफ़ाई मज़दूर यूनियन सरकाघाट अस्पताल कमेटी ने आज अपनी मांगों को लेकर एसएमओ डॉ देश राज शर्मा को मांगपत्र सौंपा। जिसका नेतृत्व सीटू ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह और यूनियन प्रधान रेखा देवी और उपप्रधान सत्या देवी ने किया और सीता देवी, इन्दिरा, कृष्णा, रीना, सरला, रत्नी, सुलक्षणा, कंचना,आशो, विनोद कुमार औऱ जगदीश भी इस दौरान उपस्थित थे।मांगपत्र में मज़दूरों को बैठने के लिए बड़ा व उपयुक्त कमरा उपलब्ध कराने,क़ानून के अनुसार मज़दूरों को सन्डे के अलावा आकस्मिक व मैडिकल अवकाश देने,पहचान पत्र जारी करने, मज़दूरों से सफाई के अतिरिक्त काम न करवाने, स्वास्थ्य कार्ड बनाने, लंबे समय से अस्पताल में भर्ती एक बुज़ुर्ग व्यक्ति की देखभाल के लिए किसी विशेष सेवादार को नियुक्त करने तथा लंच अवकाश के दौरान अस्पताल परिसर से बाहर जाने पर लगी रोक हटाने के अलावा पिछले दिनों एक महिला सफ़ाई मज़दूर से छेड़खानी व अश्लीलता करने वाले सेवादार जो आमतौर पर ड्यूटी के समय नशे में रहता है उसके विरुद्ध विभागीय कार्यवाई करने की मांग की गई है।

इसके अलावा आउटसोर्स मज़दूरों को रेगुलर करने की नीति बनाने की भी मांग की गई। सीटू ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कि डेढ़ दर्ज़न मज़दूरों को सीढ़ियों के नीचे एक बैंच पर बैठने के लिए जगह दी है जहां डेढ़ दर्ज़न मज़दूरों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंसा गया है जो अस्पताल प्रशासन की मज़दूरों के प्रति मानसिकता को दर्शाता है और श्रमक़ानूनो का भी उलंघ्न किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि इन मज़दूरों को पहचान पत्र भी उपलब्ध नहीं करवाये गए हैं और न ही स्वास्थ्य कार्ड दिए गए हैं। यूनियन की प्रधान व सचिव ने बताया कि पिछले दिनों अस्पताल में कार्यरत पियन द्धारा सफ़ाई मज़दूर से की गई छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस न करने के लिए उस महिला पर दबाब डाला गया।यही नहीं उनके ख़िलाफ़ पुलिस में एफआईआर दर्ज़ होने के बाबजूद उसके ख़िलाफ़ अस्पताल प्रशासन ने अभी तक कोई विभागीय कार्यवाई नहीं कि है और उल्टा अस्पताल प्रशासन अब सभी सफ़ाई मज़दूरों को जानबूझकर तंग कर रहा है और उनके धूप में बैठने पर रोक लगा दी गई और लंच टाईम में भी परिसर से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है जो सब बदले की भावना से किया गया है। यही नहीं उनसे सफ़ाई के अलावा माली औऱ सामान ढोने तथा वार्डो में बिस्तरे उठाने लगाने का काम भी करवाया जा रहा है जबकि ये सब काम उनका नहीं होता है।

यूनियन पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले दो महीने से एक बुजुर्ग पुरूष मरीज़ यहां पर एडमिट है जिसके साथ कोई परिवार का सदस्य अटेंडेंट नहीं है और उनका सारा काम भी हमारे से करवाया जा रहा है जबकि उन्होंने इसके लिए कोई और सेवादार लगाने के लिए कई बार बोला लेक़िन उन्हीं से ही उनका मलमूत्र उठवाया जा रहा है।मज़दूरों को श्रम कानूनों के अनुसार आकस्मिक और मेडीकल लीव नहीं दी जाती है। इसलिए आज यूनियन ने उन्हें मांगपत्र सौंपकर विरोध दर्ज़ करवाया है और उनके मांगपत्र में दर्शायी मांगो को जल्द पूरा करने की मांग की है और ऐसा न होने पर यूनियन इसके लिए धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की होगी।मांगपत्र पर डॉ देश राज ने बताया कि वे मजदूरों की मांगों को पूरा करने के लिए जल्द क़दम उठाएंगे।

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