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केजरीवाल का मास्टर स्ट्रोक मार्लेना को मुख्यमंत्री बनाकर मुख्यमंत्री ने बड़ा दांव खेला है. जी हां, दिल्ली की पहली बार विधायक और पहली बार कैबिनेट मंत्री आतिशी मार्लेना अब दिल्ली की मुख्यमंत्री बनेंगी। आम आदमी पार्टी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सभी सहमत हुए और अरविंद केजरीवाल ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया.

इस पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि पार्टी के राज्यसभा सांसद ने आतिशी को मुख्यमंत्री बनाए जाने का विरोध किया और उन्हें कठपुतली सीएम करार दिया, लेकिन बीजेपी इस फैसले को अलग तरीके से ले रही है. बीजेपी भी आतिशी को बांध बता रही है, लेकिन बीजेपी का कहना है कि दिल्ली की जनता समय आने पर अरविंद केजरीवाल के इस फैसले का जवाब देगी। केजरीवाल को जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने मास्टर प्लान के अधीन भाजपा से मुद्दे को छीन लिया है। केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें जमानत मिल गई है लेकिन उसके बाद भी जब तक जनता क्लीन चिट नहीं देगी वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। दिल्ली विधानसभा के चुनाव भी होने हैं भाजपा को डर है कि दिल्ली दोबारा केजरीवाल के हाथ में न चली जाए।
अतिशी दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज से अंडरग्रैजुएट की पढ़ाई करने के साथ एजुकेशन में एक्सपोर्ट विश्वविद्यालय से पास आउट हैं। दिल्ली में शिक्षा के सुधारो के लिए आतिशी को जाना जाता है।
भारतीय जनता पार्टी के राज्यों के साथ हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार का भी जिक्र किया जाए तो हिमाचल में भी कांग्रेस पार्टी की सरकार भी शिक्षा के क्षेत्र में कैलेंडर तक जारी नहीं कर पाई है। b.ed की 2 साल की डिग्री 4 सेमेस्टर में पूरी होती है लेकिन हर साल एडमिशन के लिए उचित कैलेंडर जारी न होने से सितंबर महीने में भी b.ed की काउंसलिंग पूरी नहीं हो पाई है चौथे राउंड की काउंसलिंग के बाद भी कई कॉलेजों में सीटें खाली पड़ी हुई है। इस तरह b.ed की डिग्री नाम की 2 साल की है जबकि हकीकत में अगर सितंबर तक भी बच्चों के दाखिले पूरे नहीं हुए हैं तो शिक्षा के तहस-नहस ढांचे का अनुमान लगाया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालय शिमला का जिक्र किया जाए तो आज तक करीब 2 सालों में वाईस चांसलर के पद पर स्थाई नीति नहीं की जा सकती है केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को ही चार्ज देकर कम चलाया जा रहा है हिमाचल प्रदेश के बच्चे कैसे परेशान हो रहे हैं इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। लेकिन दिल्ली की शिक्षा नीति देश के लिए एक उदाहरण है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में दोबारा सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है केजरीवाल का मास्टर स्ट्रोक सराहनीय कार्य है।

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