हिमाचल प्रदेश के शराब कारोबारियो ने आबकारी भवन शिमला में आयोजित वैठक में हिस्सा लिया। और अगले साल 2024-25 की शराब पोलिसी पर चर्चा करने से पहले श्री अनंत राम वर्मा प्रधान बाइन एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश ने शराब कारोबारियों की तरफ से वर्ष 2023 में प्राकृतिक आपदा के कारण और पड़ोसी राज्यों से भारी मात्रा में शराब तस्करी की वजह से ठेकेदारों को अनुमानित राशि 800 करोड़ की वित्तीय क्षति पर चर्चा करते हुए चिंता जताई, और सभी शराब कारोबारियों ने लाईसैंस फीस जमा करने हेतु अतिरिक्त समय दिये जाने की मांग रखते हुए स्पष्ट किया कि भारी घाटे के चलते मौजूदा सभी ठेकेदार आगामी साल में शराब का कारोबार करने में असमर्थ हैं और केवल राहत मिलने के उपरांत ही आगे काम कर सकते हैं।
श्री युनूस खान आवकारी कमिश्नर हिमाचल प्रदेश ने इसके जवाब मे स्पष्ट किया कि राहत प्रदान करने की वात सरकार द्वारा गठित कमेटी के पास विचाराधीन है। और शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा।
वीते वर्ष प्राकृतिक आपदा और शराब पर अतिरिक्त करों, milk सैश और क्रय किमतों पर अन्य राज्यों की तुलना में काफी फर्क के चलते पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी को मौका मिला और प्रदेश के राजस्व का अधिकतम पैसा अन्य राज्यों में चला गया। जिस से शराब कारोबारियों की वित्तीय क्षति लगातार बढ़ती जा रही है ।
वैठक में एक्साइज पुलिस के गठन पर भी चर्चा हुई और अतिरिक्त करों को कम करने एवं शराब तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए भारी दंड और जुर्माना लगाने के प्रावधान पर विचार विमर्श किया गया।
गौरतलब है कि प्राकृतिक आपदा के वाद से सभी शराब कारोबारी माननीय मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी एवं उच्च अधिकारियों से से वार-बार मुलाक़ात करके अनुरोध कर रहे हैं कि हमें यथासंभव राहत प्रदान की जाये औरआश्वस्त भी किया गया कि सरकार यथासंभव राहत प्रदान करेगी।