मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने का पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने किया स्वागत।
सुखविंदर सिंह सुक्खू को दी बधाई
चामुंडा हिमानी मंदिर को धार्मिक पर्यटन से जोड़ने की मांग वैष्णो देवी तर्ज पर लाखों की संख्या में पहुंचेंगे श्रद्धालु
पालमपुर – हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि नई सरकार और मुख्यमंत्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने का प्रयत्न कर रहे है। मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि पूरे कांगड़ा जिला और पालमपुर की धौलाधार में पर्यटन की आपार सम्भावनाएं है। श्री अटल जी विदेश मंत्री थे। पालमपुर के निकट सड़क पर चलते-चलते उनकी नजर बर्फ से ढ़के धौलाधार की तरफ गई, कार रूकवाई और बहुत देर तक धौलाधार को देखते रहे। फिर कहा कि विदेश मंत्री के रूप में वे पूरी दुनियां में घूमते है परन्तु बर्फ से ढ़के हुए पहाड़ का इतनी निकट से ऐसा दृष्य विष्व में बहुत कम है।
शांता कुमार ने कहा पालमपुर के निकट चामुण्डा हिमानी मन्दिर पर्वत माला पर एक अत्यन्त मनोरम धार्मिक मन्दिर स्थित है। जन सहयोग से बहुत काम हुआ, मन्दिर बहुत उच्चाई पर है, कठिन रास्ता है। पालमपुर की एक सामाजिक संस्था इन्साफ और उसके अध्यक्ष श्री प्रवीण शर्मा के प्रयत्नों से अच्छा रास्ता बनाने की कोशिश हुई और अब पूरे रास्ते पर सोलर लाईटस लगवाई जा रही है। हिमाचल में पहला उदाहरण था जब श्री प्रवीण शर्मा और बाकी लोगों के प्रयत्न से एक हैलीकाॅपटर डाढ़ से चामुण्डा हिमानी मन्दिर जाता रहा। मैं स्वंय एक बार उस हैलीकाॅपटर पर चामुण्डा हिमानी मन्दिर गया, दर्शन किये और वहां खडे होकर जो धौलाधार का अत्यन्त मनोहारी दृष्य देखा वह आज भी मेरी आंखों में बसा है। हैलीकाॅपटर का मालिक हमारे साथ था। मैंने उनसे पूछा सामने धौलाधार के उस स्थान पर क्या हैलीकाॅपटर जा सकता है। उसने कहा था हैलीपैड बनवा दिजिए मैं हैलीकाॅपटर से आपको वहां ले जाऊंगा। वह धौलाधार की सबसे ऊंची चोटी थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री और हिमाचल सरकार से आग्रह किया है कि पर्यटन और धार्मिक दृश्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण चामुण्डा हिमानी मन्दिर का विकास करने के लिए सरकार कोई बड़ी योजना बनाए। यह स्थान माता वैष्णो देवी की तरह लोकप्रिय हो सकता हैं लगभग 10 हजार फुट उंच्चाई पर चामुण्डा हिमानी मन्दिर अत्यन्त मनोरम पर्यटन स्थान ही नही एक प्रमुख मन्दिर भी है। माता वैष्णो देवी की तरह इसका विकास हो सकता है।