*शिक्षा विभाग और शिक्षा बोर्ड के आपसी तालमेल की कमी से हो रहा 10th और+2 के छात्रों के भविष्य से खिलवाड़:-*
20 अगस्त दाखिले की अंतिम तिथि 6 सितंबर से प्रैक्टिकल परीक्षाएं 15 से प्रथम सेमेस्टर परीक्षाएं
शिक्षा का हो रहा बेड़ा गर्क
बड़सर। हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के कारनामों से हिमाचल के लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है शिक्षा विभाग की नोटिफिकेशन के अनुसार 20 अगस्त तक दाखिले की तिथि बढ़ाई गई थी। कितने बच्चों ने 20 अगस्त तक दाखिला लिया इसका आधिकारिक आंकड़ा नहीं है लेकिन अगर एक बच्चे ने भी दाखिला लिया है तो उसका भविष्य भी बर्बाद किया जा रहा है। 20 अगस्त से 6 सितंबर तक कितने दिन बच्चा स्कूल जाएगा प्रैक्टिकल की परीक्षा कैसे देगा वह। उसके बाद 10 + 2 के लिए पांच विषय इतने कम समय में कैसे तैयार करेगा परीक्षा का सिलेबस की पहचान भी नहीं कर पाएगा लेकिन यही सब हिमाचल प्रदेश में हो रहा है तथा शिक्षा विभाग कुंभकरण की नींद सो रहा है। हमारा कार्य जनता को जागरूक करना है डराना नहीं। अभिभावक तथा बच्चे सचेत नहीं हुए तो यही भविष्य परोसा जाएगा।
एक तरफ हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ़ से शिक्षा सत्र 2022-23 में स्कूलों में एडमिशन 20 अगस्त तक चलती रही। उसी बीच में टर्म वन की परीक्षाओं की डेटशीट आ गई 6 सितंबर से 10th और +2 के प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरु हो रही हैं।
मज़ेदार बात यह है की आजकल स्कूलों में जोनल फिर ज़िला स्तरीय खेलें चली हुई हैं। जिसका पूरे वर्ष भर का खेल कैलेंडर शिक्षा विभाग की तरफ़ से जारी किया जाता है ।
*क्या शिक्षा बोर्ड ने डेटसीट जारी करने से पहले वह नहीं देखा था ।
*क्या शिक्षा बोर्ड यह चाहता है कि+10 और+12 के छात्र खेलों में न भाग लें ।
*1 मई से पढ़ाई शुरू हुई 24 जून से 30 जुलाई तक ग्रीष्मकालीन छुट्टियां
*जब छुट्टियां खत्म तब भारी बरसात से स्कूल बंद।
*क्या+10 और+12 का स्लेब्स पूरा हो गया है ।
*क्या इनका रिवीजन पूरा हो गया है ।
*इस बार 9th और 11th के टर्म 1 के एग्जाम क्यों नहीं लिए ।
*अगर नहीं लेंगे तो स्लैब्स का स्टेस्ट क्या है
हैरानी देखिए शिक्षक संगठनों की अपनी DA एरियर या छोटी छोटी मांगो पर धरने दे ने दौड़ पड़ते हैं यहां छात्रों के भविष्य की बात है तो चुप बैठे हैं।
रबड़ स्टैंप SMC कहां है कोई नहीं जानता है।
सरकार 75वें अमृत महोत्सव मनाने में मस्त है ।।
विपक्ष अपनी गुटबाजी से पस्त है।
इन सब बातों के लिए आखिर में जिम्मेदार कौन है। टाप न्यूज़ हिमाचल इस खबर को लाइव भी कर चुका है लेकिन डिजिटल मीडिया में इसलिए प्रकाशित की जा रही है ताकि हिमाचल की जनता भी हकीकत का पता चल सके। हिमाचल प्रदेश में आईएएस बैच के अधिकारी दवेश कुमार ने शिक्षा का विभाग अभी संभाला है। उन्हें तो या सिंचाई मालूम भी नहीं होगी। स्कूलों में रिवीजन पूरा नहीं हुआ कई विषयों का तो सिलेबस भी पूरा नहीं हुआ है। शिक्षक तथा कर्मचारी जीपीएस की मांग तो उठा रही है लेकिन इस मामले में मुंह में दही जमा हुआ है कोई बोलने को तैयार नहीं हर काम मीडिया करें। अभिभावक चुप बच्चे हताश नाराज, विपक्ष कहने को बड़ी बातें करता है चांद सितारे तोड़ने की बातें लेकिन शिक्षा के इस मामले में सब खामोश। जिन अध्यापकों को राष्ट्रपति तथा राज्य पुरस्कार दिए जाते हैं वह भी इस मामले में चुप हैं लेकिन टाप न्यूज़ अपना फर्ज निभा रहा है इस मामले में।