हमीरपुर की बेटी ने थामा हैवी स्टीयरिंग, ताकि बन सके स्वावलंबी

हमीरपुर/राजीव कश्यप

हिमाचल की महिलाओं में हैवी ड्राइविंग का रुझान बढ़ने लगा है। बीकॉम छात्रा नैंसी के बाद अब एचआरटीसी डिपो हमीरपुर के ड्राइविंग स्कूल में 32 वर्षीय महिला ने स्टीयरिंग थामा है। वह ट्रेनिंग स्कूल में दो महीने से ड्राइविंग की बारीकियां सीख रही हैं, ताकि वह भी एचआरटीसी में भर्ती होकर निगम की बस चला सकें। हमीरपुर डिपो के ड्राइविंग स्कूल में धनेटा के जसोह गांव की अनुराधा द्वारा लिया जा रहा ड्राइविंग का प्रशिक्षण आजकल हमीरपुर में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

अनुराधा को हैवी लाइसेंस प्रशिक्षण के लिए उसके पति संजय कुमार (जो कि दुकान करते हैं), सास व परिवार के अन्य सदस्यों का काफी स्पॉट मिला है। अनुराधा 10वीं पास हैं और उसकी दो बेटियां व एक बेटा है। अनुराधा की मानें तो उनका सपना एचआरटीसी में भर्ती होना चाहती हैं, ताकि वह एचआरटीसी की पहली महिला चालक सीमा ठाकुर की तरह निगम की बसों में सेवाएं दे सकें। निगम के ट्रेनिंग स्कूल में अनुराधा अब बस अड्डा हमीरपुर से लेकर बाईपास तक खुद बस चलाकर ले जाती हैं। गौरतलब रहे कि हमीरपुर डिपो के ड्राइविंग स्कूल में इससे पहले भी कश्मीर क्षेत्र की 21 वर्षीय नैंसी भी हैवी लाइसेंस का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं।

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