शशि पाल शर्मा ने संभाला एसडीएम बडसर का कार्यभार
28 वे अधिकारी हैं शशि पाल शर्मा
पीसी जसल ने 1980 में संभाला था कार्यभार
बड़सर। उपमंडल मुख्यालय बड़सर में शशि पाल शर्मा ने 28वे एसडीएम के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया है। इससे पूर्व 27 अधिकारी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के बाद बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास दियोटसिद्ध का भी दौरा किया काबिल गौर है कि वह उत्तरी भारत के प्रमुख सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ न्यास दियोटसिद्ध के अध्यक्ष भी हैं। आज वीरवार को उन्होंने जिलाधीश हमीरपुर देव श्वेता बनिक से जिला मुख्यालय में मुलाकात की। टॉप न्यूज़ हिमाचल द्वारा उनके साथ शिष्टाचार पूर्वक भेंट की गई। मूल रूप से शशि पाल शर्मा सरकाघाट जिला मंडी से संबंध रखते हैं इससे पूर्व वह बिलासपुर जिला के घुमारवी में एसडीएम के पद पर तैनात थे। उनकी स्कूल की शिक्षा मणिपुर में हुई है। उन्होंने चंवा हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन की है। उन्होंने पीजी पीयू विश्वविद्यालय से की है। प्रदेश में वह कई पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। उनकी धर्मपत्नी निजी क्षेत्र के शिक्षण संस्थान में कार्यरत हैं।शशि पाल शर्मा ने बताया कि लोगो के कार्यों को प्राथमिकता के तौर पर करवाया जाएगा। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि कोरोना महाकाल में मास्क लगाकर रखें ,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अगर कोई पॉजिटिव आता है तो वह प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखें तथा होम आइसोलेट किए जाने पर डॉक्टर की सलाह का पालन करें तथा नियमों को पूरा करते हुए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता कोरोना मरीजों तथा पॉजिटिव आ रहे लोगों को उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रशासन का लोग पूरा पूरा सहयोग करें। बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध के वह न्यास अध्यक्ष भी हैं उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के बाद बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में माथा टेका तथा बाबा जी का आशीर्वाद लिया। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी। काबिल कौर है कि बाबा बालक नाथ मंदिर में हर साल करोड़ों रूपए का चढ़ावा चढ़ता है इसके अलावा मंदिर में लोग सोना चांदी तथा अन्य वस्तुएं भी दान करते हैं। बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं तथा करोड़ों रूपए का चढ़ावा मंदिर में चढ़ाते हैं। न्यास द्वारा शिक्षण संस्थानों के अलावा गौशालाओं का भी संचालन किया जा रहा है।