पश्चिम बंगाल में दोहराया गया हिमाचल प्रदेश का इतिहास
ममता बनर्जी को हराकर शुभेंदु अधिकारी बने देश में लोकप्रिय
हिमाचल के राजेंद्र राणा की तर्ज पर
शिमला। पश्चिम बंगाल के चुनावों में बंगाल की शेरनी ममता बनर्जी की पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी उस चुनाव में धराशाई हुई है। हिमाचल का इतिहास पश्चिम बंगाल में दोहराया गया है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में लड़ा गया था पार्टी द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार प्रस्तुत किया गया था लेकिन कांग्रेस पार्टी ने प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ सुजानपुर से राजेंद्र राणा को मैदान में उतार कर कड़ी टक्कर दी थी तथा प्रेम कुमार धूमल पार्टी को तो प्रचंड जीत दिला गए लेकिन अपना चुनाव 19 सौ से अधिक वोटों से हार गए। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी लगातार पार्टी को जीता कर सत्ता में काबिल हुई है इस बार भी उनकी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है तथा प्रधानमंत्री गृह मंत्री भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सहित कई नेताओं ने वहां पर जनसभाएं की तथा सरकार बनाने का दावा कर रहे थे लेकिन हकीकत में दावे खोखले साबित हुए भाजपा 2 अंकों तक सिमट कर रह गई। ममता बनर्जी को पार्टी की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी है। शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र के लोगों का आभार प्रकट किया है कि उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को जीत दिलाई है। शुभेंदु अधिकारी देश में काफी चर्चित चेहरा बन गए हैं। उनका जन्म 15 दिसंबर 1970 को हुआ था उनके पिता शिशिर अधिकारी एवं माता का नाम गायत्री अधिकारी हैं। शुभेंदु अधिकारी 15 मई तथा सोलवीं लोक सभा में सांसद रहे हैं टीएमसी के ममता बनर्जी की पार्टी के तथा पूर्व में पश्चिम बंगाल के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर भी ममता बनर्जी की पार्टी से रहे है। भाजपा ने शुभेंदु अधिकारी को ममता बनर्जी के विरोध में उतारा था तथा शुभेंदु अधिकारी भाजपा का सरकार का लक्ष्य तो प्राप्त नहीं कर सके लेकिन बंगाल में प्रचंड बहुमत जीतने वाली ममता बनर्जी को हार का स्वाद जरूर दिखा दिया है।
ममता बनर्जी के लिए सुखद है कि वह क्षेत्रीय पार्टी की प्रमुख नेता है। उन्हें प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की तरह पार्टी मुख्यमंत्री बनने से रोक नहीं सकती।
टॉप न्यूज़ हिमाचल की विशेष प्रस्तुति