सब शिक्षकों का जल्द हो टीकाकरण , खुलने चाहिए स्कूल

अवकाश में अवकाश ही हों , पढ़ाई के वक्त पढ़ाई

प्रदेश में ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में 15 जुलाई से 30 अगस्त के बीच होने जा रहे अवकाश को बच्चों की मनोवैज्ञानिक जरूरत पूर्ण करने वाले होने चाहिए । कोविड में बच्चों की मानसिक दशा देखते हुए और लगातार ऑनलाईन स्टडी के मानसिक व शारीरिक तनाव , बच्चों की आँखों की सुरक्षा के मद्देनजर अवकाश उनको इस तरह देय हो कि बच्चे अवकाश का आनंद ले सकें । यदि अवकाश में भी ऑनलाईन पढ़ाई के साथ लंबा होमवर्क अलग से मिलेगा तो इसे न देना ज्यादा उचित रहेगा । राजकीय प्रशिक्षित कला स्नातक संघ महासचिव विजय हीर ने कहा कि अवकाश बच्चों के लिए होता है और बच्चों को ऐसे में शिक्षण हेतु बाध्य नहीं किया जाना चाहिए । बच्चे स्वेच्छा से पढ़ सकें , इसके लिए सामग्री हर घर पाठशाला में अपलोड की जाए और पढे हुए पाठ्यक्रम की दोहराई का अवसर दिया जाए । बच्चों को पढ़ाई में मदद देने हेतु सारा शिक्षक वर्ग तत्पर है । हीर ने कहा कि शिक्षक वर्ग स्कूल खोलने और कक्षाकक्ष में पढ़ाने का पक्षधर है और ऐसे में प्रदेश सरकार इसी माह समस्त सरकारी शिक्षकों का टीकाकरण करे । शिक्षक वर्ग पढ़ाने के समय पढ़ाई और अवकाश के दौरान अवकाश का समर्थन करता है । स्कूलों में बार-बार तालबंदी , वार्षिक परीक्षाएँ न होने और ऑनलाईन पढ़ाई को क्लासरूम शिक्षण का विकल्प बनाने से शिक्षा का स्तर गिरने की संभावना है और शिक्षक वर्ग ने सरकार व विभाग के हर आदेश को माना है लेकिन शिक्षक अब ऑनलाईन स्टडी की अपेक्षा कक्षाकक्ष शिक्षण हेतु स्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं मगर बच्चों को अवकाश भले ही विलंब से हों, मगर अवकाश केवल नाममात्र नहीं होना चाहिए । कर्फ़्यू हटने के बाद घरों में लंबे समय से कैद बच्चों की मानसिक स्थिति समझते हुए ही ऑनलाईन स्टडी संबंधी निर्णय लेना चाहिए ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here