मुख्यमंत्री के सुरक्षा बल ने एसपी कुल्लू के साथ की धक्कामुक्की
-वेहुदगी की हद पार कर गए सुरक्षा कर्मी
कुल्लू। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुरक्षा कर्मी अब वेहुदगी की हद पार करने लगे हैं। मुख्यमंत्री के सुरक्षा गार्ड क्या बन गए जनता यदि नेता से मिले तो जिला के अधिकारियों को धमकाने तक लग गए। ऐसा ही वाक्य उस समय भुंतर एयरपोर्ट के बाहर नजर आया जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फोरलेन किसान प्रभावितों के पास अपनी गाड़ी रोकी और उनकी समस्या सुनी। गडकरी प्रभावित किसानों से क्या मिले मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा और एसपी कुल्लू के साथ ही हाथापाई कर डाली। यह देखते किसान भड़क गए और एसपी के पक्ष में नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। फोरलेन प्रभावित किसान संघ कुल्लू व मंडी के अध्यक्ष नरेश कुक्कू ने बताया कि एसपी कुल्लू की कोई गलती नहीं है नितिन गडकरी उनको देखकर स्वयं वहां पर रुके और सीएम के सुरक्षा कर्मी ने वेहुदगी की। वही फोरलेन किसान संघ के सदस्यों ने भी सरकार के द्वारा किए जा रहे रवैया पर अपनी निराशा व्यक्त की है। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भुंतर हवाई अड्डा पहुंचे थे। जैसे ही केंद्रीय मंत्री का काफिला भुंतर हवाई अड्डा से बाहर निकलने लगा तो सड़क के किनारे फोरलेन प्रभावित किसान भी मिलने के लिए पहुंचे थे। प्रभावित लोगों को देख नितिन गडकरी ने अपनी गाड़ी को रोका और खुद उतर कर उनसे मिलने पहुंच गए। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी अपने वाहन से उतरकर उन सभी लोगों से मिलने पहुंचे। इस दौरान प्रभावित लोगों ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर भी निराशा व्यक्त की तथा कहा कि उनकी मांगों पर लंबे समय से गौर नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस पर केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द उनकी मांगों पर गौर किया जाए। तभी अचानक मुख्यमंत्री की गाड़ी की पिछली साइड सुरक्षाकर्मी व एसपी कुल्लू के बीच झड़प हो गई। इस झड़प को देखते हुए स्थानीय लोगों ने भी एसपी कुल्लू के पक्ष में नारेबाजी करनी शुरू कर दी तथा इस तरह से झड़प के बारे में अपना रोष भी व्यक्त किया। वीडियो में स्थानीय लोग जहां प्रदेश सरकार का विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं एसपी कुल्लू की कार्यप्रणाली से खुश होकर उनके पक्ष में नारेबाजी भी कर रहे हैं। फोरलेन प्रभावित संघ के सदस्यों का कहना है कि सरकार लंबे समय से उनकी मांगों को अनसुना कर रही है जिसके चलते उन्हें आज केंद्रीय मंत्री से मिलने के लिए मजबूर होना पड़ा है।