संजय पराशर कांगड़ा जिला के एक सौ और टीबी मरीजों मरीजों के बने निक्षय मित्र
-जसवां-परागपुर में इस पिछले तीन माह से 74 मरीजाें को पहुंचा रहे पाेषण किट
डाडासीबा-सतीश शर्मा।
लंबे समय से सामाजिक सरोकारों में सक्रिय व बड़ी भूमिका निभा रहे कैप्टन संजय पराशर ने स्वास्थ्य विभाग के अनुरोध पर जिला कांगड़ा के एक सौ और टीबी मरीजों को गोद ले लिया है। अब तक पराशर कुल 174 मरीजों के निक्षय मित्र बन चुके हैं। बुधवार को डाडासीबा अस्पताल में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर के सूद व बीएमओ डा. पंकज से संजय पराशर की जिला कांगड़ा को टीबी मुक्त करने के अभियान पर चर्चा हुई। पराशर ने निर्णय लिया कि वह शाहपुर क्षेत्र के 50 और तियारा ब्लॉक के भी 50 टीबी मरीजों को पोषण किट्स देगें। संजय जसवां-परागपुर क्षेत्र के 74 टीबी मरीजों को पिछले तीन महीनों से नियमित रूप से पोषण किटें पहुंचा रहे हैं। संजय खुद भी टीबी मरीजों से मिलने पहुंचते रहे हैं। अभियान के तहत पराशर ने अब कुल 174 मरीजों को दवाइयां व पोषक किट देने का लक्ष्य हर माह तय कर लिया गया है। संजय ने इस बैठक के दौरान बताया कि उनकी टीम मरीजों को एक सप्ताह के भीतर यह सामग्री पहुंचाने की प्रक्रिया पूर्ण कर लेगी। वहीं, संजय पराशर ने कहा कि मरीजों के स्वस्थ होने तक उनका यह अभियान जारी रहेगा और जिला कांगड़ा पूर्ण रूप से टीबी मुक्त हो जाए, इसके लिए भी कार्य किया जाएगा। वहीं जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर के सूद ने पराशर के इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए उनका आभार जताते हुए कहा कि जिला कांगड़ा में टीबी रोगियों की संख्या 1188 है। भारत को टीबी मुक्त करने के लिए छेड़े गए देशव्यापी अभियान में संजय पराशर ने 174 टीबी मरीजों को गोद ले लिया है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए पराशर ने पहले भी जमीनी स्तर पर कार्य किया है और इसके लिए बकायदा एक विशेष टीम का गठन किया गया है और मरीजों को राहत देने के लिए टीम उनके घर पहुंच कर पोषण टीम दे रही है। अब विभाग के आग्रह पर एक सौ और मरीजों को वो पोषण किटें देने जा रहे हैं। खंड चिकित्सा अधकिारी डा. पंकज न बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मद्देनजर इस अभियान के तहत 1000 रुपये कीमत वाली न्यूट्रिएंट्स किट मरीज को पराशर द्वारा दी जा रही है, जिसमें न्यूट्रीशन वैल्यू के हिसाब से महीने भर के पोषण आहार की वस्तुएं हैं। पोषण किट में अनाज, दालें, सरसों का तेल, मूंगफली दाना, दूध पाउडर आैर सोया नगेट शामिल है। डा. पकंज ने कहा कि जसवां-परागपुर में संजय पराशर के निक्षय मित्र बनने से टीबी रोगियों को निश्चित तौर पर फायदा मिला है। वहीं, कैप्टन संजय ने कहा कि सरकार ने भारत को 2025 तक पूर्ण रूप से टीबी उन्मूलन की बात कही है। इस अभियान में वह प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का पूर्ण रूप से सहयोग करेंगे।