जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां-संजय पराशर
-जसवां-परागपुर और प्रदेश के लिए कार्य करता रहूंगा
-डाडासीबा के कंप्यूटर लर्निंग सेंटर में विद्यार्थियों को किया सम्मानित
डाडासीबा- सतीश शर्मा विट्टू।
कैप्टन संजय पराशर ने कहा है कि वह जसवां-परागपुर क्षेत्र और प्रदेश की जनता के हितों की सदैव पैरवी और उसके लिए कार्य करते रहेंगे। जसवां-परागपुर क्षेत्र ही अब उनकी कर्मभूमि है और यहां शिक्षा और राेजगार के क्षेत्र में पहले की तरह कार्य करते रहेंगे। डाडासीबा के इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर सेंटर में मेधावी छात्र सम्मान समोराह में पराशर ने कहा कि शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य हमारे मूलभूत अधिकार हैं। पहले भी इन्हीं सरोकारों पर शिद्दत से काम किया है और आगे भी इन्हीं मुद्दों को लेकर काम करने का संकल्प रखा है और यह मुहिम लगातार जारी है। कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के लिए विजन की भी आवश्यकता होती है। नवीनतम तकनीकों के माध्यम से विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से जानकारी व ज्ञान उपलब्ध करवाया जा सकता है। इसी सोच व क्षेत्र के गांवों में शिक्षा के महत्व को देखते हुए उन्होंने यह अभियान शुरू किया था, जिसमें आज सात वर्ष की उम्र के बच्चों से लेकर युवा कंप्यूटर सीख रहे हैं। कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जो रोजगार भी दिलवा सके। इसी के मद्देनजर इंग्लिश व कंप्यूटर सेंटर्स खोले गए हैं ताकि विद्यार्थी व युवा इन विषयों पर अपनी मजबूत पकड़ बना सकें। प्रसन्नता की बात है कि इन केंद्रों में कई बुजुर्ग भी कंप्यूटर सीखने पहुंच रहे हैं। संजय पराशर ने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ा श्राप बेरोजगारी है। इस समस्या को दूर करने के प्रयासों में बढ़ावा देने की आवश्यकता है। अगर राेजगार के अवसरों का सृजन होगा तो क्षेत्र में गरीबी उन्मूलन भी अपने आप हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी पढ़ाई में होनहार होने के बावजूद भी बेटियां उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं क्योंकि आर्थिक रूप से अक्षम अभिभावक उन्हें बाहर के शिक्षण संस्थानों में असमर्थ हैं। पराशर ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा, रोजगार व स्वास्थ्य के क्षेत्र मेें काम करने की जमीन पर आवश्यकता है। इसके लिए वह संघर्षरत हैं और इसमें सफलता भी हासिल हो रही है। पहली बार क्षेत्र व प्रदेश से युवतियां भी मर्चेंट नेवी में नौकरी कर रही हैं और आत्मनिर्भर होकर समाज के लिए भी एक नई मिसाल पैदा कर रही हैं। सजय ने कहा कि वह जसवां-परगपुर क्षेत्र की जनता के साथ सुख-दुख की हर घड़ी में साथ रहे हैं, साथ हैं और आगे भी रहेंगे। वह जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं और उनका सियासी सफर जारी रहेगा। कहा कि वह हमेशा समाज हित के मुद्दों पर राजनीति करते हैं और यह भी तय है कि वह अगला चुनाव भी लड़ेंगे। दोनों प्रमुख दलों कांग्रेस व भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ वह संपर्क में हैं और किस पार्टी में शामिल होना है, यह अभी तक भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है। इस अवसर पर छात्रों पल्लवी, शबनम, आदित्य, आरव, जसविंद्र, साक्षी, अमीषा, समर व सान्वी को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में गुरचरण सिंह, सुखदेव सेठी, अश्वनी कुमार, देवराज, अोमप्रकाश अौर डिंपल सहित गणमान्य मौजूद रहे। नन्हे नन्हे हाथ जब कंम्पयूटर पर 30 ,31 शब्द प्रति मिनट की टाइपिंग कर जब प्रतियोगिता जीत ते हैं तो इन्हें सम्मानित कर जो सुकून मिलता है उसका आनंद अलग ही होता है। ऐसे कई बच्चों को सम्मानित किया गया। कैप्टन संजय प्रसाद में अपने विधानसभा क्षेत्र में 50 के करीब कंप्यूटर लर्निंग इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स करवाने के लिए सेंटर खोलकर जो कार्य किया है अन्य किसी भी विधानसभा क्षेत्र में कोई भी अपने खर्चे पर ऐसा कार्य नहीं कर रहा। कैप्टन संजय पाराशर बधाई के पात्र हैं।