संपादकीय सतीश शर्मा टॉपन्यूज़ विट्टू की कलम से
महात्मा गांधी टॉप न्यूज की प्रेरणा का स्रोत
हैं।लेखन में बहुत से लेखक हुए हैं जिन्होंने हमें प्रभावित किया है लेकिन टॉप न्यूज समूह के संपादक के रूप में बहुत बड़ी जिम्मेदारी हमें लोगों ने दी। मैंने लगभग पत्रकारिता के चार दशक पूरे किए हैं। जो लंबा अरसा है लेकिन इसमें से अधिकतर एक पत्रकार की भूमिका में ही ज्यादा रहा जब टॉप न्यूज का जन्म हुआ बचपन से ही रंगने की जगह इस समाचार समूह ने दौड़ना शुरू किया तथा दौड़ भी ऐसी लगाई थी दुनिया के कई देशों में आज इसकी पहचान है।
महात्मा गांधी ने जब अपने जीवन में 7 सितंबर 1919 को नवजीवन का संपादन पहली बार किया था तो एक लेखक से वह संपादक बन गए थे। भले ही गांधी अपने को संपादक से ज्यादा लेखक ही मानते रहे।
नवजीवन समाचार के 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इसके अलावा गांधी ने तीन समाचार पत्र यंग इंडिया हरि जन तथा इंडियन ओपिनियन भी शुरू किए। उनकी पत्रकारिता में इतना दम था कि अंग्रेज उनके समाचार पत्रों को बंद भी कर देते थे लेकिन गांधी नया पत्र शुरू कर कभी रुके नहीं।
वर्तमान संदर्भ में मेरा मानना है कि जो लोग फेसबुक इंस्टाग्राम तथा अन्य सोशल मीडिया पेजों पर काम करते हैं उनके पेज हैक भी कर दिए जाते हैं लेकिन हैक होने का अर्थ यह नहीं है कि लेखक लिखना बंद कर देगा। हमारा पेज टॉप न्यूज जिसमें ऑर्गेनिक 31000 से ज्यादा फॉलोअर्स जुड़े थे 7 सितंबर को ही हैक किया गया। जो महात्मा गांधी के नवजीवन के 100 साल पूरा करने का दिन है। पत्रकारिता हमारे लिए समाज सेवा का साधन है एक पेज नहीं पत्रकारिता पर हम सैकड़ो पेज बनाकर पत्रकारिता का डंका बजा सकते हैं। महात्मा गांधी की तरह हमारा लक्ष्य भी एक ही है देश के लोगों को आजादी दिलाना। महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से आजादी दिलाई थी तथा हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार तथा समाज में कुरीतियों पर आधारित है। बहुत से लोग प्रश्न भी करते हैं कि मीडिया में मोटी कमाई होती है मेरा मानना है कि पत्रकारिता धंधा नहीं समाज सेवा का साधन है। समाज सेवा को धंधे से कभी नहीं जोड़ा जा सकता। रात रात करीब 1:45 बजे इस लेख को लिख रहा हूं जब आप तक पहुंचेगी 10 सितंबर का दिन होगा रात भर कड़ी मेहनत करना खबरों का पीछा करना। गरीबों का सहारा बन कर सरकार प्रशासन पुलिस तथा समाज से लड़ाई लड़ना आसान नहीं होता। इस वजह से हम जानते हैं कि हमारे साथ जुड़े लोगों को भी कितना कष्ट सहना पड़ता है लेकिन उन सब का हम आभार प्रकट करते हैं। टॉप न्यूज का सफर निरंतर जारी रहेगा आंधी आए चाहे तूफान सच को आंच नहीं आने दी जाएगी।
हमीरपुर जिला के भारतीय जनता पार्टी के विधायक आशीष शर्मा ने विधानसभा में जो मुद्दे उठाए हैं मुख्यमंत्री से सीधे जुड़े हैं मुख्यमंत्री को आगे आकर जनता के बीच जवाब भी देना होगा। विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री को लेकर कई नई टिप्पणियां की है। आशीष शर्मा ने सबसे पहले जो मुद्दा उठाया है जमीन खरीद ली व बेचने का है जो जमीन 160000 में खरीद कर हिमाचल पथ परिवहन निगम को 6 करोड़ से अधिक में बेची गई यह कैसा धंधा है। जमीन की कीमत हमेशा बढ़ती है लेकिन 160000 की अगर 6 करोड़ से अधिक में बिकती है तो हिमाचल के युवाओं को भी हमें भी ऐसी जमीनों के बारे में मुख्यमंत्री को बताना चाहिए ताकि हर हिमाचल वासी करोड़पति हो सके।
दूसरा मुद्दा आशीष शर्मा ने प्रदेश में एक साथ कई क्रेशर बंद करने का उठाया है शुरू में 4 महीने के लिए क्रेशर बंद किए थे। लेकिन आशीष शर्मा ने विधानसभा में जो बात कही है की बहुत से क्रेशर जब बंद कर दिए गए एक क्रेशर को एम फार्म दिए गए अशीष शर्मा ने कहा है कि उस क्रेशर मालिक ने उस दौरान मनमाने दामों पर लोगों को बजरी बेची। 1 दिन में बैंक खाते में 8 लाख रुपया जमा किया गया इस हिसाब से करोड़ों रुपए बैंक खाते में गए इसके अलावा नगद कितनी घर में रखी किसी को पता नहीं। आशीष शर्मा ने उस क्रेशर मालिक का नाम भी बताया है हम प्रदेश की जनता से मुख्यमंत्री से जानना चाहते हैं कि उस व्यक्ति के साथ मुख्यमंत्री का क्या रिश्ता नाता है। प्रश्न गंभीर है। एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि मैं हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का कार्य कर रहा हूं लेकिन दूसरी ओर यह तस्वीर कौन सी है क्या आशीष शर्मा झूठ बोल रहा है अगर नहीं तो मुख्यमंत्री को जनता के बीच जाकर इसका जवाब भी देना चाहिए वरना लोग जो आशीष ने कहा है इस सत्य को स्वीकार कर चुके हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से प्रदेश को बहुत उम्मीद है इन प्रश्नों के जवाब भी विधानसभा में तो दिए होंगे जनता के बीच में भी मुख्यमंत्री को देने होंगे। अन्यथा हमारा टॉप न्यूज का सफर अधूरा ही माना जाएगा मुख्यमंत्री को प्रेस वार्ता कर जिला मुख्यालय में हमीरपुर तथा प्रदेश की जनता को इसका जवाब देना चाहिए। अगर मुख्यमंत्री के पास समय नहीं है तो इनका पब्लिक रिलेशन विभाग मुख्यमंत्री से इस मामले का स्पष्टीकरण लेकर जनता के बीच प्रकाशित कर समाज के लोगों के साथ न्याय करें। इसी तरह की अन्य टिप्पणियों के साथ टॉप न्यूज आपके बीच आता रहेगा। हमारा सफर महात्मा गांधी के सफर की तरह जारी रहेगा चाहे कोई नाथूराम गोडसे गोली ही क्यों ना मारे हम चुप रहने वाले नहीं है। आपकी क्या राय है कमेंट जरुर करें।