संपादकीय सतीश शर्मा की कलम से
पत्रकारिता में जंग
महात्मा गांधी का नाम नोटों पर आज भी छपता है भारतवर्ष में इसका कारण क्या है अन्य लोगों ने भी भारत की आजादी के लिए कुर्बानियां दी। लेकिन नोटों पर फोटो गांधी की ही छपती हैं। गांधी का सबसे बड़ा योगदान लोगों को जागरूक करने में रहा है। उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए आंदोलन तो किया लेकिन पत्रकारिता के माध्यम से जन क्रांति लाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। महात्मा गांधी जब समाचार पत्र प्रकाशित करते थे तो अंग्रेज क्या उन्हें पत्रकारिता के लिए सुविधा उपलब्ध करवाते थे, बिल्कुल नहीं। अंग्रेज तो उनके समाचार पत्रों को बंद करने के फरमान जारी करते थे। महात्मा गांधी उस दौरान नया समाचार पत्र शुरू कर अपना अभियान जारी रखते थे। पत्रकारिता हमारा शौक है। सरकारी विज्ञापन के बिना पत्रकारिता संभव नहीं लेकिन आज देश में मेरे जैसे बहुत से युवा पत्रकारिता में आकर बिना सरकारी विज्ञापन के न्यूज़ चैनल चला कर निर्भीक निष्पक्ष पत्रकारिता के माध्यम से समाज की सेवा कर रहे हैं। टॉप न्यूज समूह हिमाचल प्रदेश के लोगों की आवाज बना है। हमारे दर्शक हमारी ताकत है। लोग दिल खोलकर हमारे साथ खड़े होते हैं। खबरों के साथ जब हम किसी व्यक्ति की सहायता के लिए हेल्पलाइन शुरू करते हैं जो डायरेक्ट हेल्पलाइन है जिसमें आप हमें पैसा ना भेज कर उन जरूरतमंदों को सहायता करते हैं जो आपके भेजे पैसे से जीवन में अपने संकट काल से निकलते हैं। चाहे किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज हो अथवा रीड की हड्डी फ्रैक्चर होने वाले लोग। ऐसे भी लोगों की सहायता दर्शकों के माध्यम से करवाई गई है जिन्हें पीजीआई ने अपाहिज घोषित कर सारी उम्र बेड पर ही पड़े रहने के फरमान सुना रखे थे। आज वह लोग चल फिर कर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। गरीबों की सहायता करना भी समाज में जरूरी है। हमारा कर्तव्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है। उसमें हमारे दर्शक हमारी ताकत बनते हैं। ऐसा नहीं है कि लोग हमारा विरोध नहीं करते। खबरों के साथ हमें कमेंट भी सुनने को मिलते हैं लेकिन वह भी हमारी ताकत है। टॉप न्यूज परिवार के दर्शकों का आंकड़ा 60 करोड़ को पार करने जा रहा है जो कम उपलब्धि नहीं है। उसमें लोग विरोध भी करेंगे लेकिन उनका विरोध भी हमारी ताकत बनता है। कई घरों को टूटने से हमने बचाया है। कई परिवार आज संपन्न तथा खुशहाल बने हैं। हमारी मध्यस्थता ऐसे जोड़ों के लिए वरदान बनी है जो कोर्ट तक पहुंचे थे तलाक लेने के लिए लेकिन हमने दोनों पक्षों को समझ कर उनके जीवन को बर्बाद होने से बचाया है। यही हमारा ईनाम है।
लोगों के कमेंट से हमें ताकत मिलती है। हम दर्शकों के कमेंट को अन्यथा नहीं लेते क्योंकि जो विरोध करते हैं वह भी हमारी ताकत है गलतियों से हम शिक्षा भी लेते हैं। आप ही हमारी ताकत है। निरंतर जुड़े रहिए चलते रहिए। विरोध करें अथवा हमारा हौसला बढ़ाएं आप हमारी ताकत है।
सतीश शर्मा विट्टू
मुख्य संपादक टॉप न्यूज़ हिमाचल