राजस्थान में उद्योगपतियों से मिलने के लिए पहुंचे राजेश धर्माणी
हिमाचल इंडस्ट्री आउटरीच उदयपुर राजस्थान
हिमाचल प्रदेश में निवेशकों को प्रेरित करने के लिए सुक्खू सरकार की बड़ी पहल
उदयपुर। सतीश शर्मा विट्टू। टॉप न्यूज़ हिमाचल। हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय विधायक एवं पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी राजस्थान के उदयपुर में हिमाचल प्रदेश इंडस्ट्री आउटरीच कार्यक्रम के तहत उद्योगपतियों से मिलने के लिए पहुंचे। हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की हिमाचल प्रदेश में उद्योगों के लिए पहल को लेकर संवाद आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ऊर्जा गुरु आचार्य अरिहंत महाराज एवं दक्ष बॉयोसांइसिज के तत्वावधान से किया गया। उद्योगपतियों के समूह को उद्योगपति दिनेश जैन संस्थापक दिनेश जैन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी है तथा टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर, सीएनजी गैस, पीएनजी गैस प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक है। देश की टेलीकॉम कंपनियों के लिए ऑप्टिकल फाइबर केवल, आईपीएल इंफ्रास्ट्रक्चर सेवा प्रदाता, स्मार्ट सिटी के लिए ऑप्टिकल फाइबर प्रदाता कंपनियों के लिए सेवा प्रदाता कंपनी है। कई कंपनियों रिलायंस जिओ, टाटा वोडाफोन, एयरटेल, बीएसएनएल कंपनियों को ऑप्टिकल फाइबर और ऑप्टिकल केबल परदाता है। टेलीकॉम फाइबर 40000 किलोमीटर बिछाने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा दिनेश इंजीनियरिंग गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड में भी कर रही है। हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल, सीएनजी गैस पीएनजी गैस कि हिमाचल प्रदेश में प्रबल संभावनाएं हैं। इसमें बल्क ड्रग पार्क तथा वीएन का औद्योगिक पार्क अति महत्वपूर्ण है। सीएनजी गैस स्टेशन स्थापित होने से पर्यटन विकास में तेजी आएगी। कॉलोनियों में पाइप लाइन बिछाने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उदयपुर राजस्थान में महत्वपूर्ण ट्रेड सेंटर है और कई प्रकार की कृषि खाद एवं न्यूटरेंटस का भी उत्पादन किया जाता है। कृषि उत्पादक क्षेत्र से भी जैन ने भाग लिया। हिमाचल प्रदेश में भी लाईम स्टोर के असंख्या भंडार है। उदयपुर के उद्योगपतियों के लिए कई उत्पाद कंपनियां एवं उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं । फलों के पल्स तथा जूस उद्योग ऊपरी हिमाचल में स्थापित किए जा सकते हैं। ट्रेड सेंटर के अलावा उदयपुर में काफी पर्यटक पहुंचते हैं। हिमाचल प्रदेश फार्मा सेक्टर में बहुत बड़ा संभावनाओं से भरा है। जैन व्यवसायी ने मनाली में रिसॉर्ट स्थापित कर रखा है। अब शिमला तथा धर्मशाला में पर्यटन बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। हिमाचल प्रदेश फार्मा सेक्टर में भी एशिया का प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है। राजेश धर्मानी ने व्यवसायियों के साथ इस बारे में भी चर्चा की। सरकार 2 साल के भीतर कार्य शुरू करने वाली कंपनियों को जमीन में 50, 60% और 70%छूट देगी। औद्योगिक क्षेत्र में न्यूनतम मूल्य देने के बाद बाकी आसान किस्तों में देना होगा। इससे उद्योगपतियों को जमीन के बजाय उद्योगों को स्थापित करने पर ध्यान देना होगा। कारोबारियों को अपने परिसर का 40% हिस्सा दूसरे कारोबारियों को किराए पर दे सकते हैं। इसके अलावा स्टॉप ड्यूटी पर भी 50%, 30% तथा 20% छूट रहेगी ए, वी ,सी श्रेणियों के लिए। हिमाचल प्रदेश ने व्यापार की रैंकिंग तथा वातावरण के लिए अच्छी रैंकिंग प्राप्त की है। स्टार्टअप रैंकिंग में भी हिमाचल प्रदेश में उपलब्धि अर्जित की है। पर्यटन की दृष्टि से न सिर्फ हिंदू धार्मिक स्थल बाबा बहुत धार्मिक स्थल भी धर्मशाला तथा रिवालसर में काफी विख्यात है जहां विदेशों से भी कई श्रद्धालु पहुंचते हैं। मकलोट गंज तथा धर्मशाला के अलावा मंडी जिला का रिवालसर भी विश्वविख्यात है। कुल्लू के सिख गुरुद्वारा, पोंटा के सिख गुरुद्वारा तथा मंडी के गुरुद्वारा काफी विख्यात है।
हिंदुओं के प्रसिद्ध मंदिर ज्वालामुखी, चिंतपूर्णी, चामुंडा, बृजेश्वरी, मनाली का हडिंबा मंदिर, हमीरपुर जिला का बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध मंदिर, काफी प्रसिद्ध है। कांगड़ा जिला के जैन तीर्थ स्थल अपना महत्व रखते हैं। कांगड़ा जिला में जैन समुदाय के पूजा अर्चना करते हैं। कांगड़ा जिला में ही जैन समुदाय के प्रमुख नामीनाथ की माता शासन देवी की मूर्ति भी स्थापित है। अभी तक दिगंबर जैन समुदाय का कोई भी जैन स्थान हिमाचल प्रदेश में स्थापित नहीं है। ऊपरी हिमाचल में इसे स्थापित करने की काफी संभावनाएं हैं हिमाचल सरकार जैन समुदाय को इसके लिए आमंत्रित करती है। इसे शिक्षा ,योग केंद्र, बैलनेस केंद्र स्थापित करने की अपार संभावनाएं हैं। सिर्फ लोग हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए ही नहीं आए बल्कि शिक्षा तथा अन्य योग गतिविधियों सहित के गतिविधियों में हिस्सा ले सकें।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में न केवल सेब विभिन्न अन्य फलों के लिए भी हिमाचल प्रदेश विख्यात है इससे संबंधित भी उद्योग हिमाचल प्रदेश में स्थापित किए जा सकते हैं। हिमाचल में शुगर तथा फ्लोर मिल निचले हिमाचल में स्थापित किए जा सकते हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स तथा अन्य गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। रोपवे को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। पर्यटन को विकसित करने की अपार संभावनाएं हिमाचल प्रदेश में है इससे संबंधित उद्योग भी स्थापित किए जा सकते हैं।