मुख्यमंत्री व उनकी धर्मपत्नी से माफी मांगे पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर : लखनपाल
मुख्यमंत्री के खिलाफ अमर्यादित शब्दावली का प्रयोग कर बीजेपी के नेता अपनी घटिया मानसिकता का दे रहे हैं परिचय
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश हित में लिए हैं फैसले
बीजेपी बेवजह लोगों को बरगलाने का कर रही है असफल प्रयास
हमीरपुर। सतीश शर्मा।
नवनियुक्त मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा लिए जा रहे प्रदेश हित के फैसलों पर बीजेपी के नेताओं द्वारा की जा रही असभ्य भाषा का प्रयोग उनकी घटिया मानसिकता को दर्शाती है। बीजेपी के पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उनकी धर्मपत्नी के खिलाफ जिस तरह की अमर्यादित शब्दावली का प्रयोग किया गया है वह अशोभनीय ही नहीं बल्कि निंदनीय भी है। कांग्रेस पार्टी बीजेपी के इस नेता के इस तरह की बयानबाजी की सरेआम निंदा करती है। पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर को मुख्यमंत्री व उनकी धर्मपत्नी के खिलाफ की गई इस तरह की घटिया बयानबाजी पर माफी मांगनी चाहिए। यह बात बड़सर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान कही है। विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि जो पार्टी सभ्यता की बात करती है उसके नेता अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर अपनी निम्न स्तर की राजनीति को दर्शा रहे हैं। लखनपाल ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस कार्यकाल के 490 विकासात्मक कार्यों को कैंसिल किया था। जबकि कांग्रेस ने इन सभी संस्थानों व कार्यों के लिए पूरे साधन जुटाए हुए थे। अब जब प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश हित में बिना बजट व संसाधनों के राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से बीजेपी द्वारा चुनावी वर्ष में खोले गए संस्थानों को डिनोटिफाई किया है। तो बीजेपी के नेता अपनी हद और मर्यादा भूलकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के परिवार पर भी अभद्र व अशोभनीय शब्दावली का प्रयोग करने से भी नहीं कतरा रहे हैं। विधायल इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा है कि बीजेपी के नेताओं को हार का इतना बड़ा सदमा लगा है कि कभी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के फैसलों को गलत बता रहे हैं तो कभी मंत्रीमंडल के गठन को लेकर अपना रोना रो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनाई है तो मंत्रीमंडल के गठन का काम भी कांग्रेस पार्टी ही करेगी। रही बात लोगों से किए गए वायदों को पूरा करने की तो कांग्रेस ने चुनावों से पहले भी यही बात कही थी कि मंत्रीमंडल की पहली बैठक के दौरान कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल किया जाएगा। 18 से 60 वर्ष की महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह दिया जाएगा वहीं प्रदेश में 300 यूनिट बिजली फ्री भी दी जाएगी। इसके अलावा अन्य जो वायदे हैं उन्हें भी बारी-बारी से धरातल पर उतारा जाएगा। इसके लिए बीजेपी के नेताओं को चिंता करने की जरुरत नहीं है कि कांग्रेस कब और कैसे लोगों से किए गए वायदों को पूरा करेगी। विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने स्पष्ट रूप से बीजेपी के नेताओं को हिदायत देते हुए कहा है कि वह अपनी हद में रह कर बयानबाजी करें। सत्ता के जाने की बौखलाहट में हिमाचल प्रदेश की सभ्यता और संस्कृति को संजोए रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here