वैष्णो देवी मंदिर में हादसा देश के मंदिरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मास्टर प्लान की जरूरत
सांस्कृतिक मंत्रालय को हस्तक्षेप कर बनाया जाए मॉडल
जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी की यात्रा पर नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पहुंची लाखों लोगों की भीड़ नियंत्रित न होने के कारण वहां हादसा पेश आया प्रथम दृष्टया यह मामला भीड़ को नियंत्रित ना किए जाने का लगता है परंतु इसके लिए कमेटी बनाकर जांच करवाई जाएगी उसके बाद ही तथ्य सामने आएंगे। श्राइन बोर्ड पुलिस जम्मू कश्मीर सरकार तथा मंदिरों की व्यवस्था कटघरे में है ऐसा नहीं है कि ऐसी घटना पहली बार हुई है देश में इससे पूर्व भी भगदड़ की कई घटनाएं हुई हैं तथा कई लोगों की जानें गई है। वैष्णो देवी मंदिर में नव वर्ष के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश के विभिन्न भागों से वहां पहुंचे थे। सूचना के अनुसार मंदिर परिसर में आने तथा जाने को लेकर धक्का-मुक्की हुई। भीड़ पीछे हटी तथा दुर्घटना घटी। जो लोग रास्ते के किनारे लेटे हुए थे वह मौत का शिकार हो गए। एक दर्जन के करीब लोग मृत्यु का ग्रास बने तथा डेढ़ दर्जन से अधिक घायल हुए। मृतकों में से 3 लोगों की पहचान कर ली गई है विभिन्न राज्यों से उनका नाता है। जम्मू सरकार द्वारा उन्हें मुआवजा दिया जाएगा 10 लाख तथा केंद्र भी 200000 प्रति व्यक्ति वर्जन देने की बात कर रहा है। श्राइन बोर्ड को इसकी जिम्मेवारी लेनी चाहिए। व्यवस्था बदलने के लिए देश में मंदिरों के लिए मास्टर प्लान बनाया जाना चाहिए। हिमाचल प्रदेश में भी नैना देवी का हादसा आज भी मुझे याद है जब वहां 2008 में भगदड़ मची थी लाशों के ढेर लगे थे। वहां मंदिर तक पहुंचने के लिए रेलिंग लगाई गई थी रास्ते की रेलिंग एक जगह से टूटी तथा किसी ने अफवाह फैला दी कि पहाड़ी दरक रही है बस फिर क्या था हादसा हो गया सरकारी आंकड़ों के अनुसार 145 लाशें हादसे के बाद प्रबंधन का आलम यह था की एक श्रद्धालु जिसे मृतक बताकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया था वह बेहोश था तथा जब से होश आया तो पोस्टमार्टम के लिए रखी लाशों में वह खड़ा हो गया तथा बाहर आया। ऐसे हादसे कई बार होते हैं। देश के मंदिरों के लिए एक मास्टर प्लान बनाया जाना चाहिए मेला परिसर सेक्टर में पार्टी जाने चाहिए हर सेक्टर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सिस्टम बनाया जाना चाहिए। उत्तरी भारत के प्रमुख सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ न्यास deotsidh, नैना देवी चिंतपूर्णी, ज्वाला जी सहित विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा होती है हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से निवेदन रहेगा कि इन मंदिरों के लिए स्पेशल प्लान बनाया जाए तथा हर मंदिर में उसे लागू कराया जाए ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। जो इस हादसे में शिकार हुए उनके परिवारों को भगवान दुख को सहने की शक्ति दे तथा सरकारों को सद्बुद्धि की करोड़ों अरबों रूपए का चढ़ावा चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की जान सुरक्षित रह सके।

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