Bakshi Ram Sharma extension officer industries

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टॉप न्यूज़ के प्रेरणा स्त्रोत बक्शी राम को श्रद्धांजलि

संतराम उर्फ बसंता उर्फ बसंत राम

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हमीरपुर। सतीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के तहसील बड़सर के अधीन गांव कोठी डाकघर बुंबलु के मेघाराम पुत्र बसंत राम उर्फ संतराम के बड़े बेटे बक्शी राम मूल रूप से kothi गांव से संबंध रखते थे। pandit बसंत राम ने अपने बच्चों को शिक्षा देने के लिए वर्तमान पाकिस्तान के लाहौर में भी कई सालों तक अपना व्यवसाय किया। बक्शी राम की शिक्षा-दीक्षा उनके पिता द्वारा पंजाब के धार्मिक शहर अमृतसर के बालमुकुंद खत्री हाई स्कूल में हुई। जलिया वाले बाग के सामने कई सालों तक बहा रहे। पंजाब यूनिवर्सिटी से शिक्षा लेने के बाद पंजाब राज्य से कमीशन की परीक्षा पास करने के बाद कुल्लू जिला में उनकी प्रथम नियुक्ति आईटीआई कुल्लू में हुई। उसके बाद हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में उन्होंने सर्विस की चंबा जिला मुख्यालय kangra जिला का शाहपुर क्षेत्र, मंडी जिला मुख्यालय के अलावा मंडी जिला का गोहर ब्लॉक तथा हमीरपुर जिला मुख्यालय के जिला उद्योग केंद्र सहित विभिन्न कार्यालयों में उन्होंने उद्योग विभाग में अपनी सेवाएं दी। मंडी जिला से प्रसार अधिकारी उद्योग के पद से सेवानिवृत्त हुए। हिमाचल कर्मचारियों के आंदोलन में उन्होंने पंजाब सकेल को हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों के लिए लागू करवाने में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।  कर्मचारियों के आंदोलनों में उन्होंने बढ़-चढ़कर भाग लिया। हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ वाईएस परमार को कर्मचारियों की ताकत के बल पर ही पंजाब स्केल देने के लिए झुकना पड़ा था तथा कर्मचारियों को पंजाब सकेल की तर्ज पर आज भी वेतनमान मिल रहा है। कर्मचारी यूनियनों के संघर्ष की गाथा हमेशा याद रहेगी।सेवानिवृत्ति के बाद पंजाब के जालंधर से प्रकाशित अजीत समाचार के बतौर पत्रकार भी उन्होंने कार्य किया। 29 दिसंबर 2017 को वह इस दुनिया को छोड़ कर प्रभु चरणों में विलीन हो गए। आया है सो जाएगा राजा रंक फकीर को चरितार्थ करते हुए उन्होंने जीवन में समाज सेवा को ही अपना उद्देश्य बनाया । टॉप न्यूज़ उनकी प्रेरणा का ही स्त्रोत है उनकी दी शिक्षा की बच्चों के लिए धन एकत्रित करने की जगह उन्हें अच्छी शिक्षा देकर समाज सेवा के कार्यों में संगलन रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। टॉप न्यूज़ हिमाचल डॉट कॉम न्यूज़ पोर्टल उनकी प्रेरणा का परिणाम है। हमारा मूल मंतर पत्रकारिता में धन अर्जित करना अथवा ख्याति प्राप्त करना कदापि नहीं है। पहाड़ के जीवन में पहाड़ों पर उतरना चढ़ना हमारे जीवन का भी हिस्सा रहा है तथा अब वही भावनात्मक तौर पर हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। समाज सेवा के लिए उनकी प्रेरणा पत्रकारिता हमारे लिए लक्ष्य नहीं है बल्कि समाज सेवा का साधन है। आज उनके जीवन की शिक्षाएं हमें गरीबों के लिए कड़ी चुनौतियां से लड़ने के लिए तैयार करती हैं। बाबूजी के नाम से जाने जाने वाले बाबूजी हमेशा टॉप न्यूज़ के प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं। आज उनके निधन की पूर्व संध्या पर लिखने को बहुत कुछ है परंतु टॉप न्यूज़ के दर्शकों के साथ हमारा वायदा है की हम हमेशा सच्चाई के मार्ग पर बढ़ते हुए समाज सेवा के कार्य में निरंतर टॉप न्यूज़ का योगदान देते रहेंगे। टॉप न्यूज़ परिवार का 9 महीने का सफर हमारे लिए यादगार रहा है लाखों रुपए की गरीब परिवारों की मदद करवा कर हम गौरवान्वित तो अनुभव करते हैं परंतु इसमें हमारे पाठकों तथा दर्शकों का प्यार ही हमारे लिए सर्वोत्तम रहा है। चाहे गरीब लोगों की समस्याओं को हल करवाने में हम साधन मात्र बने हैं परंतु सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार की गंगोत्री का थोड़ा सा जल साफ करने का हमें मौका मिला है तो हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है। सत्य के मार्ग पर चलते हुए आगे बढ़ना टॉप न्यूज़ का लक्ष्य है। सनसनी फैलाने के लिए खबरें करना हमारा ना कदापि मकसद था ना है तथा ना रहेगा। पत्रकारिता हमारे लिए उद्देश्य नहीं समाज सेवा का साधन है हिमाचल प्रदेश के साथ देश विदेश में जो मुकाम टॉप न्यूज़ ने हासिल किया है वह हमारे दर्शकों तथा पाठकों की शुभकामनाएं हैं आशा है कि आगे भी हमें इसी प्रकार प्यार तथा सहयोग मिलता रहेगा। बाबू जी आप के दिखाए मार्ग पर चलकर हम जीवन के अंतिम क्षण तक टॉप न्यूज़ के माध्यम से पत्रकारिता के क्षेत्र में नया इतिहास रचते रहेंगे। आपको हमारी यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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