चेतन ब्रागटा को चुनाव चिन्ह सेव
पार्टी ने नहीं दिया साथ चेतन ब्रागटा का टिकट काटा प्रकृति ने दिया चुनाव चिन्ह मिला सेब
जुब्बल कोटखाई। सतीश शर्मा।
j&k जुब्बल कोटखाई का अपना इतिहास है। सैमुअल ईवन स्टोक्स हिमाचल प्रदेश में सेब के बीज लेकर आए थे। इस पहाड़ी राज्य में विदेश से लाए सेब के पौधे खुशहाली का कारण बने। बागवानी क्षेत्र में जुब्बल कोटखाई तथा शिमला के सेब देश विदेश विदेश में प्रसिद्ध है वैसे सेब की कई किस्में है अब बागवानी विभाग द्वारा ऐसे भी पौधे तैयार की है जो निचले himachal में पैदा होते हैं। लेकिन जुब्बल कोटखाई के विकास में योगदान में जो योगदान नरेंद्र ब्रागटा का रहा है उसे लोग भुला नहीं सकते। नरेंद्र ब्रागटा के बेटे चेतन बनाता को भाजपा ने टिकट न देकर नीलम को वहां भाजपा का टिकट दिया है लेकिन चेतन का पार्टी ने नहीं प्रकृति ने साथ दिया है चेतन को चुनाव सेब मिला है। चेतन तन मन धन से vijay पथ पर अग्रसर है। इस सीट पर कांग्रेश का दमदार उम्मीदवार रोहित ठाकुर है तो भाजपा ने नीलम को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी से चेतन को साथ ना मिलने के बावजूद प्रकृति का साथ मिला है चुनाव चिन्ह सेब himachal की खुशहाली में योगदान देता रहा है अब चेतन ब्रागटा की जीत में सेब का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। चेतन भ्राता के उज्जवल भविष्य की कामना। जो लोग चेतन ब्रागटा द्वारा पार्टी के आदेश पर उन्हें नामांकन वापस करने के लिए मनानेे लगे टॉप news द्वारा स्पष्ट कर दिया गया था की चेतन अब मैदान से हटेंगे नहीं क्षेत्र की जनता उन्हें चुनाव मैदान में जंग लड़ने कााा आह्वान कर रहीी थी चेतन ने जनता की आवाज को सुना और प्रकृति ने उसका साथ देते हुए चुनाव चिन्ह सेब मिला है।