आशा वर्कर सुषमा शर्मा ने जंगल में करवाई डिलीवरी जज्बे को सलाम
बडसर विधानसभा क्षेत्र का मामला
सड़क सुविधा न होने से कई किलोमीटर सफर कर युवाओं ने पहुंचाया मुख्य सड़क तक
बड़सर। सतीश शर्मा।स्वास्थ्य सुविधाओं तथा सड़क सुविधाओं का ढिंढोरा पीटने वाली नेताओं की बहस हर दिन जारी रहती है लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है हम बात कर रहे हैं प्रदेश के सबसे अधिक साक्षर जिला हमीरपुर के पथलयार पंचायत के गांव शुगल की। इस गांव की महिला नेहा ठाकुर पत्नी संतोष ठाकुर की डिलीवरी आशा कार्यकर्ता को जंगल में करवानी पड़ी। गांव तक बहन योग्य सड़क न होने के कारण सिंघवी गांव के अश्विनी , राधा कृष्ण, दीपू, पंकज, निगली महिला को बेड पर लेटा कर कंधों पर उठाकर मुख्य सड़क तक ला रहे थे कि रास्ते में ही नेहा की तबीयत बिगड़ी तथा उसे जंगल में ही डिलीवरी करवाने का कार्य आशा वर्कर सुषमा शर्मा ने गांव की महिलाओं के साथ पूरा किया। स्वास्थ्य सुविधाओं तथा सड़क सुविधाओं का ढिंढोरा पीटने वाले नेताओं के लिए यह करारा तमाचा है। आशा कार्यकर्ता सुषमा शर्मा ने बताया कि जब उसे सूचना मिली की महिला की तबीयत खराब है तो वह घर से गंतव्य स्थल के लिए निकली रास्ते में उसने जंगल में ही महिला की डिलीवरी करवाई है। उसके बाद मुख्य सड़क तक युवाओं ने बेड पर लेटा कर महिला तथा बच्चे को सड़क तक पहुंचाया। एंबुलेंस की सुविधा ना मिलने के कारण प्राइवेट गाड़ी में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। महिलाओं शोभा पुष्पा निशा कांता सहित अन्य लोगों ने भी इस महिला की मदद की। गांव तक अगर सड़क सुविधा होती तो ग्रामीणों को परेशान नहीं होना पड़ता। ग्राउंड रिपोर्ट satish sharma।

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