पंजाब वेतन आयोग गुणांक 2.25 से एक रूपया भी नहीं बढ़ेगा वेतन
2.59 गुणांक से घटेगा वेतन , कर्मचारियों को मंजूर नहीं ये रिपोर्ट
पंजाब वेतन आयोग की रिपोर्ट से वेतन बढ़ने की उम्मीद लगा रहे कर्मचारियों को 2.25 गुणांक से एक रूपया भी वेतन नहीं बढ़ेगा । पंजाब वेतन आयोग द्वारा 2.25 गुणांक निकालने का सूत्र यही है कि 1 जनवरी , 2016 को जो वेतन कर्मचारी ले रहे थे, वह 2011 में रिवाईज स्केल को 2.25 गुणा करने पर उतना ही रहेगा और 2009 के स्केल को 2.59 से गुणा करने पर भी वेतन बढ़ने की बजाय घटेगा । यह जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश राजकीय प्रशिक्षित कला स्नातक संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने कहा कि पंजाब वेतन आयोग कर्मचारियों को मौजूदा वेतन को ही बढ़ा हुआ वेतन मानने के लिए तैयार किया गया आंकड़ों का जाल मात्र है जिससे अधिकतम कर्मचारियों का वेतन यथावत ही रहेगा । हीर ने कहा कि 2011 में रिवाईज्ड 10300-34800 पे बैंड में 3200 ग्रेड पे वाले कर्मचारी का पंजाब में वेतन बेसिक 13500 माना जाएगा और उस पर 2016 में 125 प्रतिशत डी0ए0 16875 रूपये था यानि वेतन आयोग लागू होने से पहले कर्मचारियों को 30375 रूपये मिल रहे थे और अब 5 साल प्रतीक्षा के बाद आई रिपोर्ट अनुसार इन रिवाईज्ड स्केल पर 2.25 गुणांक लगेगा यानि 13500 बेसिक को 2.25 से गुणा करेंगे जिससे सैलरी होगी 30375 रूपये । इस तरह कर्मचारियों को एक पैसे का लाभ नहीं मिलेगा और कहने को पंजाब सरकार ने कर्मचारी मालामाल कर दिए । यही स्केल गणना अगर 2006 के स्केल अनुसार 2.59 गुणांक से करें तो 2006 में स्केल 5910-20200 और ग्रेड पे 1900 थी तो 2006 में 7810 बेसिक पर 2015 तक वेतनवृद्धियाँ , 4-9-14 के 2 इंक्रीमेंट लगाकर भी 10870 बेसिक होगी जिसका 2.59 गुणा 28153 रूपये होगा और डी0ए0 शून्य माना जाएगा यानि पंजाब में 2016 में जिस कर्मचारी को 30375 रूपये वेतन मिलता था , उसका वेतन नए वेतन आयोग की रिपोर्ट अनुसार 2.59 गुणांक से घटकर 28153 हो जाएगा यानि कर्मचारी का वेतन 2222 रूपये प्रति माह घटेगा । इसी तरह 2.25 गुणांक से वेतन में शून्य वृद्धि होगी । ऐसे में एरियर और शेष बातें लागू होंगी नहीं क्योंकि पंजाब ने बढ़े हुए भत्ते 1 जुलाई , 2021 से लागू करने की बात रिपोर्ट में लिखी है । इस वेतन आयोग रिपोर्ट को संघ ने पूरी तरह से नकारा है और प्रदेश सरकार से अपील की है कि केंद्र सरकार के स्केल वेतन आयोग की रिपोर्ट आधारित स्केल हिमाचल में लागू किए जाएँ व इनिशियल स्केल रिवाईज्ड स्केल अनुसार रखी जाए । पंजाब ने अगर वेतन बढ़ाना होता तो 2.74 से लेकर 3.3 के बीच ही वेतन गुणांक रखा जाना था लेकिन यहाँ सैलरी को एक रूपया भी न बढ़ाने हेतु 64 माह विलंब किया गया और बाद में मौजूदा वेतन को ही वेतन आयोग लाभ दिखाने के लिए गणना सूत्र तय किए गए जिससे चुनिन्दा वर्ग को ही लाभ मिलेगा । अनुबंध और संविदा कर्मचारी इससे बाहर रखे गए हैं और चुनिन्दा कर्मचारियों को मिलने वाला एरियर भी नौ किस्तों में साढ़े चार साल में देना कर्मचारी विरोधी फैसला है।