अशोक गहलोत से टॉप न्यूज़ हिमाचल की सीधी बातचीत बजट घोषणाओं को पूरा करने पर

बेहतरीन बजट के लिए धन्यवाद करने पहुंचे 2 लाख लोग

हिमाचल प्रदेश में उल्टा सड़कों पर निकल रहे शर्मनाक

जयपुर। टॉप न्यूज़ सतीश शर्मा।
सवाल: दो लाख से अधिक लोग मुख्यमंत्री निवास पर आ चुके हैं, पूरे प्रदेश से….
जवाब: देखिये ये बजट जो है पूरे प्रदेशवासियों की भावनाओं को रीप्रजेंट कर रहा हैं और मैं समझता हूं कि उसी रूप में विभिन्न वर्गों के लोग जो घोषणाएं हुईं उनको लेकर वेलकम कर रहे हैं, तो हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि किस प्रकार से उनकी आशाएं व अपेक्षाएं सरकार से हैं, उनको पूरा कैसे करें। आज ही हमने चीफ सेक्रेटरी, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी सबकी मीटिंग रखी है कि बजट की घोषणाओं को हमें पूरा करना है ये हमारा टार्गेट होना चाहिए, तो इस रूप में हम लोग आगे बढ़ रहे हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि पिछली बार भी 85 पर्सेंट तक पूरा हुआ है पिछला बजट, अभी चल रहा है और ये बजट भी बहुत शानदार आया है और मैं समझता हूं कि इसको भी पूरा करके दिखाएंगे।

सवाल- 5 राज्यों के इलेक्शन के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई, कई सारे मुद्दों पर चर्चा हुई, कपिल सिब्बल जैसे नेता ने कई बयान भी दिए, क्या आगे का?
जवाब- नहीं, कपिल सिब्बल जी कोई कांग्रेस संस्कृति के व्यक्ति नहीं हैं, कपिल सिब्बल जी बहुत बड़े वकील हैं, इसमें कोई दो राय नहीं, माने हुए वकील रहे हैं देश के अभी हैं भी और वो कांग्रेस में उनकी एंट्री हो गई, पर कांग्रेस का जो कल्चर है, संस्कृति है, संस्कार हैं और प्रक्रियाएं हैं, कैसे जमीन पर कार्यकर्ता के रूप में रगड़ाई हो पहले, फिर धीरे-धीरे वो ब्लॉक में, जिलों के अंदर आए, उसके बाद में उसको चांस मिलता है प्रदेश में आने का, कोई विधायक बनता है, कोई मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनता है, कोई मंत्री बनता है, कोई मुख्यमंत्री बनता है, कोई कुछ नहीं बनता है और काम करता रहता है। तो कपिल सिब्बल साहब को बहुत चांस मिला है, सोनिया गांधी जी के आशीर्वाद से, राहुल गांधी के सहयोग से उनको केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली, वो पार्टी के स्पोक्स पर्सन भी रहे हैं और उनके मुंह से ऐसे अल्फाज़ निकलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं समझता हूं कि ऐसे व्यक्ति से यह अपेक्षा नहीं की जाती है कि जिनको कांग्रेस की एबीसीडी नहीं मालूम है जिनको, एक मंत्री बनना अलग बात है, परंतु जो कांग्रेस के संस्कार, संस्कृति, वो खाली कोई संविधान में जो मूल भावना है उसको तो हम सब मानते ही हैं, आदर करते हैं और करना चाहिए, परंतु जो कांग्रेस का संघर्ष हुआ आजादी के पहले, आजादी के बाद में इंदिरा गांधी जी की हत्या हो गई और राजीव गांधी जी की हत्या हो गई, सरदार बेअंत सिंह जी की हत्या हो गई, नेस्तेनाबूत कर दिया आतंकवाद को, खालिस्तान नहीं बनने दिया, ये कपिल सिब्बल जी भूल जाते हैं क्या? और इस परिवार का कोई व्यक्ति, गांधी परिवार का कोई व्यक्ति पिछले 30 साल में न तो मंत्री, न मुख्यमंत्री, न प्रधानमंत्री बना है। फिर भी देशवासी चाहते हैं, हर जाति, हर वर्ग, हर धर्म, हर भाषा बोलने वाले लोग, हर क्षेत्र के लोग, दक्षिण के हों, पूर्व के हों, पश्चिम के हों, या उत्तर के हों, सब चाहते हैं कि अगर कांग्रेस को एकजुट रखना है, तो गांधी परिवार के नेतृत्व में ही एकजुट रह सकती है। ये अगर विश्वास, ये क्रेडिबिलिटी उनकी बनी हुई है, तो आज हर कांग्रेसजन उनके साथ में है। कपिल सिब्बल जी के दिमाग में ये बातें क्यों आती हैं? इस प्रकार क्यों वो फ्रस्ट्रेशन में बात करते हैं, मेरी समझ के परे है, उनसे मैं ये उम्मीद नहीं करता था, जिस प्रकार की वो भाषा बोल रहे हैं, जिस प्रकार का उनका सोच है, मैं समझता हूं कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

सवाल- आपने माना कि पंजाब में गलतियां हुई हैं, तो कपिल सिब्बल जैसे कई मैनेजर नेता ऐसे लिए गए जो आज नासूर बने पार्टी के लिए?
जवाब- कपिल सिब्बल जी तो लिए गए हैं और उनको चांस भी मिला है और पंजाब में मैंने कहा कि कुछ आपस में लड़ाइयां नहीं होतीं, तो 2017 के अंदर जब हम लोग थे पंजाब के अंदर, चेयरमैन मैं खुद था स्क्रीनिंग कमेटी का, उस वक्त में कांग्रेस अगर एकजुट रही, तो सरकार आ गई, इस बार एकजुट नहीं रही, तो सरकार नहीं बनी, ये गलती हुई, इसलिए मैंने कहा उसको।

सवाल- जो कांग्रेस का संगठन कमजोर हुआ है तो आम आदमी पार्टी को उस वैक्यूम को भरने में मदद मिली है? राजस्थान में भी वो संभावना है?
जवाब- देखिए, कांग्रेस संगठन तो घर-घर में घुसा हुआ है, वो कभी समाप्त हो ही नहीं सकता, ये समाप्त होने की जो बातें करते हैं वो खुद समाप्त हो जाएंगे, परंतु कांग्रेस तो इस देश के अंदर 135 साल के लगभग हो गए, अगली शताब्दी तक फिर रहेगी, कोई इसको खत्म नहीं कर सकता क्योंकि कांग्रेस का डीएनए और देश का डीएनए एक है, सब धर्म, सब जाति, सब वर्गों के लोगों को साथ लेकर चलने का, सर्वधर्म समभाव की जो हम बात करते हैं बार-बार। ठीक है, अभी टेम्परेरीली हिंदुत्व की बात, ध्रुवीकरण की बात करके जो राजनीति कर रहे हैं, आसान काम है ये, मुश्किल काम हमारा वाला है, जिसमें इंदिरा गांधी की जान चली गई, मैंने कहा आपको, राजीव गांधी जी शहीद हो गए, बेअंत सिंह जी शहीद हो गए, मैंने क्यों कहा आपको? क्योंकि सेक्रिफाइजेज आजादी के पहले भी हुए हैं, आजादी के बाद में भी हुए हैं, पर देश को एक व अखंड रखा है, ये कांग्रेस का नाम है। ये जो प्रक्रिया या जो अप्रोच बनाए हुए हैं प्रधानमंत्री मोदी जी भी, अमित शाह जी, 2 ही चेहरे हैं मेरे ख्याल से पार्टी में, ये अप्रोच खतरनाक है देश के लिए, खतरनाक अप्रोच है, बहुत खतरनाक है, इसको लोग समझ भी रहे हैं, पर उनमें भय पैदा कर रखा है, कोई साहित्यकार-लेखक है, पत्रकार है, अगर आप असहमति व्यक्त कर दो, कोई लेख लिख दो आप इनके खिलाफ में, तो आप जेल जाओ, तो ये जिस देश में स्थिति बन जाए, उस देश के लिए ये कहना पड़ता है कि पता नहीं किस दिशा में देश जा रहा है, किस दिशा में जाएगा और इसलिए हम आह्वान करते हैं प्रदेशवासियों से भी, नौजवानों से भी कि समझो बात को, इतिहास पढ़ो कि वास्तव में इतिहास क्या सच्चाई का है और किस प्रकार से हमें इतिहास को सामने रखकर आने वाला कल नौजवान पीढ़ी का है, उनके भविष्य का है, हमें चिंता वो लगी हुई है। हमें चिंता वो लगी हुई है कि आज देश के लोग भी चिंतित हैं कि कांग्रेस जैसी पार्टी मजबूत बननी चाहिए इनका मुकाबला करने के लिए और राहुल गांधी जिस प्रकार से मुकाबला कर रहे हैं, अकेला मुकाबला कर रहे है, मोदी जी के खिलाफ बोल रहे हैं, उनकी नीतियों के, उनके कार्यक्रमों के खिलाफ बोल रहे हैं, तो कपिल सिब्बल जी ने क्या सोच रखा है, मेरी समझ के परे है। मैं समझता हूं कि अभी ऐसे वक्त में जब चुनाव में हम लोग जीत नहीं पाए, तो ऐसे वक्त में तो पूरी तरह एकता दिखानी चाहिए थी। ऐसे वक्त में भी बोलते हैं, मैं समझता हूं कि पार्टी के कार्यकर्ता रैंक एन्ड फाइल कभी इसको लाइक नहीं करेंगे।

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