संपादकीय सतीश शर्मा की कलम से
पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी का मुख्यमंत्री बनना तथा कैप्टन अमरिंदर को हटाना कांग्रेस की उपलब्धि !
कैप्टन अमरिंदर का सिद्धू को लेकर बयानों का महत्त्व
देश की राजनीति में नित नए प्रयोग कर बड़े फैसले लिए जाते हैं राजनीतिक दल कोई भी हो वर्तमान में हाईकमान कड़े फैसले लेकर राज्यों की राजनीति में संघर्ष को समाप्त करने के बजाए सर्वोच्च सत्ता के बल पर बदलाव कर रहा है भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है तथा लगातार भाजपा में के बदलाव देखने को मिले हैं लेकिन आज हम बात कर रहे हैं पंजाब राज्य की तथा कांग्रेसियों के मजबूत होने की। देश में लंबे समय से एक संदेश दिया जा रहा था कि कांग्रेस हाईकमान कमजोर हो गई है तथा कड़े निर्णय लेने में असफल रह रही है तभी कई राज्यों की सरकारें कांग्रेसका हाथ से खींच कर भाजपा की झोली में गिरी है। लेकिन पंजाब में कांग्रेस पार्टी का हाईकमान जिस प्रकार बड़ा फैसला लेने में सफल रहा है तथा पंजाब के मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर को मुख्यमंत्री की पद से हटाया गया तथा चरणजीत सिंह चन्नी आम आदमी को मुख्यमंत्री बनाया गया इससे कांग्रेस हाईकमान को बड़ी माइलेज मिली है। आज देश में आम आदमी की सरकार है आम आदमी देश के सर्वोच्च पद पर बैठा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  जिस प्रकार सत्ता के शिखर पर पहुंचकर मुकाम हासिल किया है वही मुकाम चरणजीत सिंह चन्नी को मिला है।
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब राज्य के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं वर्तमान में उन्हें मुख्यमंत्री का पद सौंपा गया है। वर्तमान घटनाक्रम लंबे संघर्ष का परिणाम है कैप्टन अमरिंदर तथा नवजोत सिंह सिद्धू के बीच दूरियों को लेकर इसका असर कैप्टन अमरिंदर पर वर्तमान में ज्यादा पड़ा है कैप्टन अमरिंदर व्यथित हुए हैं लंबे समय से उनका गांधी परिवार के साथ नाता रहा है पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ उनकी निकटता रही है। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ उनके परिवारिक रिश्ते रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर के साथ जो हुआ उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी परंतु राजनीति में सब कुछ संभव है। कैप्टन दुखी हैं आहत है व्यथित हैं सिर्फ इसलिए नहीं कि उनकी कुर्सी चली गई परंतु जिस प्रकार ओने हटाया गया उसको लेकर उन्हें मलाल है और होना भी चाहिए कैप्टन अमरिंदर ने जीवन में लंबा संघर्ष किया है तथा कांग्रेस पार्टी को जमकर साथ दिया है कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदों पर उन्होंने कार्य किया है पंजाब की जनता तथा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह के साथ अगर उनके अच्छे संबंध है तो वह कूटनीति का परिणाम है क्योंकि पंजाब को केंद्र की मदद के बिना चला ही नहीं जा सकता केंद्र में भाजपा की सरकार है तथा मुख्यमंत्री कोई भी हो उसे दिल्ली के दरबार तो जाना ही पड़ेगा सरकार से सहयोग लेना पड़ेगा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर की पारी शानदार तथा लाजवाब रही है देश की जनता यह सब जानती है कांग्रेसियों अनुमान है अथवा न माने आज विचारधारा को लेकर बड़ा अंतर देखने को नहीं मिलता सत्ता सुख के लिए कोई भी किसी भी पार्टी में जा सकता है तथा लोकतंत्र की दुहाई दी जाती है कि लोकतंत्र है हर व्यक्ति को अधिकार है जिस दिल में जाना चाहे जा सकता है। कैप्टन अमरिंदर को शानदार पारी के लिए पंजाब हमेशा याद रखेगा।
नवजोत सिंह सिद्धू ने जो ख्याति हासिल की है पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। अगले साल पंजाब में विधानसभा के चुनाव होने हैं सिद्धू कांग्रेस पार्टी की नैया को पार लगाने के लिए कितने सफल होंगे यह तो आने वाले समय में पता चलेगा परंतु कैप्टन अमरिंदर का कहना कि मैं सिद्धू को जीतने नहीं दूंगा वास्तव में उनकी कटुता का नमूना है। कोई व्यक्ति इसलिए नहीं हार सकता कि दूसरा चाहता है वह जीते न। हमारे संविधान निर्माताओं ने लोकतंत्र में शक्ति जनता के हाथ में दी है पंजाब की जनता अगर चाहेगी तो सिद्धू जीतेंगे भी अगर उनकी किस्मत होगी तो मुख्यमंत्री भी बनेंगे। नवजोत सिंह सिद्धू ने खेल की दुनिया में नाम कमाया है वह खिलाड़ी है खिलाड़ी हमेशा खेलता है हारने और जीतने से खिलाड़ी व्यथित नहीं होता उदास नहीं होता दुखी नहीं होता। सिद्धू मुख्यमंत्री ना बन कर भी बाजी जीत गए। मुख्यमंत्री नहीं बने परंतु उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को इस पद पर बैठाने में काफी सहायता की तथा कैप्टन को कुर्सी से हटाने में। कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू का जमकर साथ दिया है।
चरणजीत सिंह चन्नी एक आम आदमी की ताकत का परिणाम है। उनका मुख्यमंत्री बनना उनकी मेहनत सादगी उनकी वफादारी उनके माता-पिता की मेहनत परिवार की सादगी उनकी सबको साथ लेकर चलने की नीति का परिणाम है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने उन्हें एक मेहनती इंसान की संज्ञा दी है। कैप्टन अमरिंदर का कहना है कि चरणजीत सिंह चन्नी अपनी पहचान बना कर आगे बढ़े तथा नवजोत सिंह सिद्धू पर निर्भर न रहे। लेकिन वर्तमान में नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष है अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री मिलकर आगे चले तो कांग्रेस को कोई बड़ा नुकसान नहीं हो सकता। पार्टी में लोग आते हैं चले जाते हैं लेकिन उनकी यादें रहती हैं। अब राजनीति सर्वोच्च सत्ता का साधन बन गई है। आचार्य चाणक्य जिनका जन्म सदियों पूर्व हुआ था उनका भी कहना है की राजनीति पावर गेन का साधन है जिसके पास जितनी अधिक पावर उतना अधिक शक्तिशाली चरणजीत सिंह चन्नी के साथ आम आदमी की ताकत के अलावा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष का साथ तथा हाईकमान की मेहरबानी है। चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे। लेखक का परिवार पंजाब से संबंधित रहा है। ऐतिहासिक नगरी अमृतसर से हमारे पूर्वजों का बेहतर नाता रहा है अमृतसर ही नहीं आजादी से पूर्व लौहार पाकिस्तान में हमारे पूजनीय दादा बसंत राम उर्फ संत राम का भी नाता रहा है। हमारे पूजनीय दिवंगत पिता बक्शी राम शर्मा की शिक्षा दीक्षा अमृतसर में हुई है हमें उस धरती से लगाव है। हमारे पूर्वजों की खुशबू भी पंजाब में समाई है। पंजाब में जो परिवर्तन हुआ है उसकी हमें खुशी भी है कि एक आम आदमी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया है परंतु दुख इस बात का है कि कैप्टन अमरिंदर की विदाई इस तरह नहीं होनी चाहिए थी।। संपादकीय हमारी निजी राय है इससे हर किसी का सहमत होना जरूरी नहीं है परंतु जमीनी हकीकत को हमने शब्दों में पिरोने की कोशिश की है जय हिंद jai पंजाब

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