बड़सर के 85000 से अधिक मतदाता जिसमें महिलाओं की संख्या 43 हजार से अधिक करेंगे हार जीत का फैसला
भारतीय जनता पार्टी का कैडर एकजुट हुआ तो कांग्रेस कोसों दूर
बड़सर। भारतीय जनता पार्टी 1998 से लेकर 2017 तक एक ही प्रत्याशी को इस विधानसभा क्षेत्र में टिकट देकर मैदान में उतारती रही। भाजपा लगातार तीन चुनाव जीती लेकिन 2012 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी का प्रयोग सफल रहा शिमला से इंद्रदतलखन पाल को इस विधानसभा क्षेत्र में भेजा गया कांग्रेस पार्टी के उस समय 16 प्रत्याशी टिकट की जंग में शामिल थे। कांग्रेस 2012, 2017 के चुनाव जीत गई। अब समीकरण बदले हैं राजा वीरभद्र सिंह इस दुनिया में नहीं है जिनके नाम पर बोट की बौछार होती थी। अब सब बदल गया है भाजपा का कुनबा इतना मजबूत है कि जो लोग भाजपा प्रत्याशी के पुतले भी जलाते थे वह एकजुटता की दुहाई दे रहे हैं। बलदेव शर्मा को अनुराग ठाकुर का भरपूर साथ मिला लेकिन अनुराग ठाकुर के लिए भी सीमा बंधी हुई है। 5 साल किसने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की स्कीमों का गुणगान किया किसने लोगों को नेताओं के नाम पर डराया धमकाया जनता सब जानती है। भाजपा में टिकट के कई नए दावेदार सामने आए हैं। विनोद ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता है चुनाव रणनीति टीम के सदस्य हैं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कट्टर समर्थक हैं विकास के कई काम भी उन्होंने करवाए हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा के सुर भी बदले हैं। इसके अलावा सशक्त दावेदारों में नए प्रत्याशी प्रेम दतयाल की दावेदारी केस सुर भी जनता में सुनने को मिल रहे हैं। कोई कमलनयन का राग अलाप रहा है। गिने-चुने अन्य नाम भी सामने आए हैं। महिला शक्ति की बात की जाए तो किसी पढ़ी-लिखी महिला को अगर टिकट दिया जाता है तो समीकरण दूसरे बन सकते हैं। परिवार बाद में टिकट देने के खिलाफ है भाजपा का आला कमान। दो कैबिनेट मंत्री भाजपा की महिला मोर्चा सम्मेलन में शिरकत कर दिल्ली लौटे हैं। स्मृति ईरानी तथा अनुराग ठाकुर माहौल बना कर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है इस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी चुनावों में नया करने की फिराक में है। उनकी अध्यक्षता में चुनाव हो रहा है उनका साफ कहना है कि कांग्रेश के लोगों को भी साथ ले लो कांग्रेश छोड़कर लोग आ रहे हैं उन्हें अपनी पार्टी से जोड़कर भाजपा को ही वोट करो।
कांग्रेश पार्टी प्रदेश में एक अनार सौ बीमार की कहावत को चरितार्थ कर रही है। हर जिला में मुख्यमंत्री के दावेदार ऊना में मुकेश अग्निहोत्री, हमीरपुर में सुखविंदर सिंह सुक्खू, मंडी में कौल सिंह, बिलासपुर में रामलाल ठाकुर, चंबा में आशा कुमारी, राजा वीरभद्र के समर्थक रानी प्रतिभा सिंह को शिमला से सशक्त दावेदार मान रहे हैं। सोलन सिरमौर में भी माहौल गर्म है। लेकिन हम बडसर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की बात करें तो कांग्रेस पार्टी के इंद्र दत्त लखन पाल जीत की हैट्रिक लगाने के लिए सक्रिय हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी भी जगजाहिर है। कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता जो लगातार 10 सालों तक मलाई जनता के बीच चाटते रहे अब किनारा कर कर बैठ गए हैं। कांग्रेसमें के कार्यकर्ता हैं जो कांग्रेस को वोट देने की बात तो करते हैं लेकिन लोगों से वोट मांगने के लिए दूरी बना कर बैठे हैं उनमें ढटवाल के कांग्रेसी प्रमुख है। पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा जिन्हें के बार कांग्रेस पार्टी से निकाल कर जलील किया गया वह कांग्रेसमें शामिल तो हुए हैं लेकिन उनका दिल जानता है कि करना क्या है अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेश के लिए डोगरा रामबाण साबित हो सकते हैं लेकिन उन्हें जिस प्रकार संगठन से जलील कर कर निकाला जाता रहा खून के आंसू पीकर कांग्रेसका दामन तो थामा है लेकिन उनके समर्थकों में भी गुस्सा साफ है। अपना हिसाब हर कोई बराबर करता है। चुनावों को लेकर इस विधानसभा क्षेत्र में काफी गर्माहट है। गुटबाजी दोनों तरफ है कही जगजाहिर तो कहीं भी भितरघात। भाजपा अभी तक तय नहीं कर पाई है कि टिकट किसे दिया जाए। सराज तथा समीरपुर के बीच में जंग है। बलदेव की लंका धूमल तथा अनुराग के सहारे हैं। जनता में नए चेहरे को लेकर भी आवाजें बुलंद है। देखते हैं किस करवट बैठता है चंद दिनों में सब धुंधली तस्वीर साफ हो जाएगी।