संपादकीय
नेशनल हेराल्ड मामले में हमीरपुर जिला कांग्रेस मौन
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पक्ष में बोलने को एक भी कांग्रेसी नहीं आया सामने
भाजपा उधेड़ रही बखियां
हमीरपुर। सतीश शर्मा विट्टू । देवभूमि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है कांग्रेस पार्टी के देश के पहले प्रधानमंत्री रहे जवाहर लाल नेहरू मीडिया के साथ भी जुड़े थे इस जमाने का अखबार नेशनल हेराल्ड देश में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर चुका है। लेकिन इस समाचार पत्र में विज्ञापन कांग्रेस सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए का जारी किया गया इस मामले को भारतीय जनता पार्टी ने जोर-जोर से देश भर में उठाया है परंतु कांग्रेस ने भी इस अखबार के पक्ष में जगह-जगह प्रदर्शन कर साबित किया है कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के साथ खड़ी है परंतु मुख्यमंत्री के जिला हमीरपुर में कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मामले पर पक्ष रखने के लिए कांग्रेस का जनाजा हमीरपुर जिला में निकल चुका है। कोई भी इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है मजाल है कि कोई जनसभा कर ले अथवा भाजपा के विरोध को जगजाहिर करने में अपनी भूमिका अदा करें। हमीरपुर जिला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के वफादार तो के ही बनते हैं लेकिन इस मामले में मुख्यमंत्री के साथ खड़ा होने के लिए जिला भर में किसी भी विधानसभा क्षेत्र में कोई भी नेता सामने नहीं आया है जिसने भारतीय जनता पार्टी का इस मामले में विरोध कियाहो। हिमाचल उन्ना जिला में मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले में आग उगली है तो कांगड़ा मंडी शिमला तथा अन्य जिलों में भी इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अपना पक्ष जरूर रखा है। परंतु प्रदेश का सबसे छोटा जिला हमीरपुर जिसमें कांग्रेस पार्टी को श्रेय दिया है जिला का मुख्यमंत्री होने का परंतु कई अध्यक्ष अथवा अन्य सदस्य हमीरपुर जिला से मुख्यमंत्री ने नॉमिनेट भी किए हैं लेकिन इस मामले पर मुख्यमंत्री के पक्ष में अथवा सरकार का पक्ष रखने के लिए कोई एक नेता भी सामने नहीं आया है। जिला भर के कई कांग्रेसियों से हमने जब जानना चाहा तो उनका जवाब था जिन लोगों को मुख्यमंत्री ने कमान देकर रखी है उनका हाल प्रदेश की जनता देख रही है।
अहमदाबाद में कांग्रेस पार्टी ने जिस एजेंडा पर चर्चा कर फैसला लिया है, उसे अब पूरे देश में लागू किया जाना है। अहमदाबाद अधिवेशन में हुई चर्चा की जानकारी हिमाचल के नेताओं को दी जाएगी और उनको इससे जुड़े आवश्यक निर्देश भी दिए जाएंगे। इसके साथ ही नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर भी पलटवार की रणनीति बनाई जाएगी। इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को शिमला में बैठक बुलाई है, जिसके लिए दो अलग-अलग पत्र जारी हुए हैं। एक तरफ कांग्रेस विधायक दल को इस बैठक में मौजूद रहने के लिए संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पत्र जारी किया है, तो दूसरी ओर पार्टी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की ओर से भी ऐसे ही निर्देश जारी हुए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित कांग्रेस विधायक दल इस बैठक में विशेष तौर पर मौजूद रहेगा। बोर्ड व निगमों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष, 2022 में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी सहित सभी अग्रणी संगठनों के अध्यक्षों को भी इस बैठक में भाग लेने के लिए बुलाया गया है। कांग्रेस प्रदेश मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल के निर्देशों के बाद अचानक यह बैठक बुलाई गई है। पहले उनका भी इस बैठक में आने का कार्यक्रम था, लेकिन अब वह 24-25 अप्रैल को शिमला आ सकती हैं।
यह इस बैठक के बाद ही तय होगा। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दो एजेंडा हैं। पहला नेशनल हेराल्ड मामले पर विपक्ष के आरोपों का किस तरह जवाब देना है, बैठक में इसकी रणनीति बनाई जाएगी। इस मामले में देशभर में कांग्रेस पर निरंतर हमले हो रहे हंै। खासकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के बाद यह मामला तूल पकड़ रहा है। दूसरा राष्ट्रीय अधिवेशन के निर्णयों से नेताओं को अवगत करवाना है। हाल ही में कांग्रेस का अहमदाबाद में राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित हुआ था। बैठक में संगठन को जमीनी स्तर पर कैसे मजबूत किया जाना है, इसका निर्णय वहां लिया गया था। बैठक में इन सभी मामलों पर चर्चा कर रणनीति बनाई जाएगी। कांग्रेस पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए पहले कमेटियों का गठन होना जरूरी है। माना जा रहा है कि जल्द ही पीसीसी व जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हो जाएगी। उम्मीद है कि जब रजनी पाटिल शिमला आएंगी, तो वह संगठन के गठन को लेकर कोई फैसला लें। जब तक संगठन खड़ा नहीं होगा और पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय नहीं होगी, तब तक कांग्रेस अपने कार्यक्रमों को आगे नहीं चला सकेगी।
प्रेसवार्ता करेंगे अशोक गहलोत
नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने आला नेताओं को जवाब देने की जिम्मेदारी दी है। इसी सिलसिले में हिमाचल में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ड्यूटी लगी है। उन्होंने सोमवार को शिमला पहुंचकर प्रेस वार्ता करनी थी, मगर मौसम खराब होने की वजह से वह नहीं आ सके। वह सोमवार देर शाम शिमला पहुंचे और अब वह मंगलवार सुबह प्रेसवार्ता करेंगे।
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