चंडीगढ़ में 58 हजार के ज्यादा हुए चालान, ओवरस्पीड व अन्य कारणों से 86 लोगों को गंवानी पड़ी जान

chandigarh। सुशील/ सतीश शर्मा।
– चंडीगढ़ के नाम के साथ ब्यूटीफुल जरूर लिखा है, पर यातायात पुलिस के आंकड़ों को देखकर यही लग रहा है कि लोग इस पर ग्रहण लगा रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार नवंबर तक यातायात पुलिस ने 58 हजार से अधिक लोगों के चालान किए हैं। 2280 लोगों के लाइसेंस जब्त किए। साथ ही ओवर स्पीड व अन्य कारणें से 86 लोगों की जान चली गईं। ये आंकड़े पिछले साल के चालान के मुकाबले करीब दोगुने हैं।
पिछले वर्ष 33 हजार 641 चालकों के ओवर स्पीड के चालान कर 6 हजार 510 के लाइसेंस जब्त किए गए थे। इन्हीं आंकड़ों से यातायात पुलिस डरी हुई और इन हादसों को रोकने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। यातायात पुलिस का दावा है कि लोगों ने विशेष अभियान को समझा तो न उनका चालान होगा और न उनकी जान जाएगी। इस विशेष अभियान के जरिए लोगों को यातायात नियमों का ज्ञान बांटा जा रहा है। स्पीड राडार गन से वाहनों की रफ्तार जांची जा रही है।
सड़क हादसों का ग्राफ काफी बढ़ रहा है। इसी के तहत ट्रैफिक पुलिस की और से मेजर एक्सीडेंट प्रोन एरिया और ब्लैक स्पॉट की पहचान कर ओवर स्पीड वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। स्पीड राडार गन से दूर से आने वाले वाहन को देखकर पता चल जाता है कि इसकी स्पीड कितनी है। ओवरस्पीड समेत कई कारणों से इस वर्ष 86 लोगों की जान गई जबकि पिछले साल मौत का आंकड़ा 46 था। शहर के पूर्वी इलाके में हुए हादसों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। साल 2018 में पूर्वी इलाके में 18 लोगों की जान गई। जबकि 2021 में 36 लोगों की जान गई। साल 2020 में 43 घातक हादसों में 46 लोगों की मौत हुई है। 2021 में 84 ऐसे घातक हादसे हुए, जिसमें 86 लोगों की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर हादसों का मुख्य कारण ओवरस्पीड सामने आया है। वहीं ज्यादातर मौतें बिना हेलमेट पहने दो पहिया वाहन चालकों की मौत हुई है।
-साल 2021 में हादसों में 70 पुरुष और 16 महिलाओं की हुई मौत:
पैदल 22
साइकिल सवार 14
रेहड़ी चालक 1
दो पहिया वाहन सवार 37
चार पहिया वाहन 6
ऑटो रिक्शा 6

2020 2021
सड़क हादसे 143 185
हादसों में हुई मौतें 46 86
कितने हुए घायल 133 158
डिवाइडिंग रोड वाली मुख्य सड़कों पर कार (एलएमवी) की स्पीड 60, दो पहिया वाहन और तीन पहिया वाहन की स्पीड 45 और मीडियम और हैवी पैसेंजर वाहन की स्पीड 50 रखी गई है। जैसे 17/9 18/8 27/ 28, 23 / 24 / 15 / 16 16 / 17 9/ 10 डिवाइडिंग रोड वाली सड़कें हैं। बिना डिवाइडर वाली मुख्य सड़कों पर कार (एलएमवी) की स्पीड 50, दो पहिया वाहन और तीन पहिया वाहन की 40 और मीडियम और हैवी पैसेंजर वाहन की 40 स्पीड तय की गई है। जैसे राजभवन से पेक रोड, सेक्टर 25/58 लाइट प्वाइंट से मोहाली जाने वाली सड़क और सीएम हाउस से सुखना लेक वाली सड़क है। इसी तरह शहर के अन्य डिवाइडर रोड पर यही स्पीड तय की हुई है। इसके अलावा सेक्टर रोड वाली सड़कों पर कार (एलएमवी), दो पहिया वाहन, तीन पहिया वाहन और मीडियम और हैवी पैसेंजर वाहन की 40 स्पीड तय की गई है।
राडार स्पीड गन में सड़क पर तय की गई अधिकतम स्पीड को सेट किया जाता है। उससे अधिक की स्पीड पर वाहन चलाने पर स्पीड गन में रफ्तार कैद हो जाएगी। जिसके बाद वाहन चालक का ई चालान का लिंक उसके मोबाइल पर भेजा जाएगा। लिंक को खोलकर चालक अपनी तस्वीर, वाहन नंबर और स्पीड को देख पाएगा, जिसका भुगतान वह ऑनलाइन कर सकता है।
डीएसपी जसविंदर सिंह ने बताया कि पहली बार ओवर स्पीड का चालान किया जाएगा, लेकिन दूसरी बार चालक चालान ऑनलाइन नहीं भर सकता। इसके लिए उसे ट्रैफिक पुलिस लाइन आना पड़ेगा और अपना लाइसेंस समर्पण करना पड़ेगा। इसके बाद तीन महीने के लिए लाइसेंस जब्त कर दिया जाएगा।

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