पराशर ने चौली और भरवाड़ा में पहुंचाए ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर
-कोरोना संक्रमित मरीज व हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में हो रही दिक्कत
डाडासीबा- सतीश शर्मा।
कोरोना की वैश्विक जंग में कैप्टन संजय पराशर द्वारा दूरदराज के गांवों में भी ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाने की व्यवस्था अब काेरोना संक्रमितों व हृदय रोग से पीड़ित मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। कई लोगों की जिंदगी की सांसों की डाेर को थामने में निश्चित तौर पर ये आॅक्सीजन कंस्ट्रेटर मददगार बन रहे हैं। पिछले छह महीनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की हर हाल में मदद करने के संकल्प पर संजय काम कर रहे हैं। वह अपने संसाधनों का उपयोग करके ऐसे मरीजों को राहत पहुंचा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के अलावा हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को भी एक फोन कॉल पर यह मशीन उपलब्ध करवाई जा रही है। ताजा कड़ी में पराशर ने जसवां-परागपुर क्षेत्र के चौली पंचायत में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजा, जहां मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और हालत बिगड़ गई थी। वहीं, बड्डल पंचायत के भरवाड़ा में एक परिवार के सदस्य कोरोना पॉजीटिव आए थे, इनमें से एक का स्वास्थ्य बिगड़ गया। अब सभी मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार होता दिखाई दे रहा है।
दरअसल संजय पराशर कोरोना की दूसरी लहर से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाते रहे हैं। करोड़ों रूपए की दवाईयां स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के बाद उन्हाेंने 37 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर विदेश से आयात करवाए थे। वहीं, पराशर के सेवा भाव को देखते हुए नैशनल यूनियन ऑफ सीफेर्रस आॅफ इंडिया (नूसी) ने भी दो ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भेजे। बड़ी बात यह भी है कि कई मरीजों की सांसों की डोर को थामे रखने में सहायक बने ये आॅक्सीजन कंस्ट्रेटर अब भी आम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। अब भी सात मरीजों के घरों में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर रखे हुए हैं तो शेष को जरूरत पड़ने पर दो घंटे के भीतर मरीज के घर तक पहुंचाने की व्यवस्था पराशर द्वारा की गई है। वीरवार को रक्कड़ तहसील के चौली गांव से राज कुमार ने संजय को फोन पर बताया कि उनके पति तिलक राज की तबीयत अचानक बिगड़ गई है और उन्हें सांस लेने में दिक्कत पेश आ रही है। बताया गया कि उनके घर से सड़क तक ठीक रास्ता भी नहीं है कि उन्हें अस्पताल तक लाया जा सके। फाेन करने के बाद ठीक एक घंटे के भीतर पराशर की टीम ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर लेकर घर पहुंच गई। मशीन लगने के बाद तिलक राज के ऑक्सीजन लेबल में भी सुधार हुआ और वह पहले से खुद को बेहतर महसूस कर रहे थे। पत्नी राज कुमारी ने पराशर का आभार जताते हुए कहा कि संजय ने एक फोन करने के बाद ही उनके घर तक यह मशीन पहुंचा दी। उधर, बड्डल पंचायत के वार्ड नम्बर नौ में कोरोना संक्रमित मरीज को भी पराशर की टीम ने ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाया। इस परिवार में बुजुर्ग को सांस लेने में कठिनाई पेश आ रही थी। बुजुर्ग के पुत्र पवन कुमार ने संजय का आभार जताया है। वहीं, कैप्टन संजय का कहना था कि कोरोनाकाल के इस नाजुक समय में प्रयास किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों और हृदय रोग से पीड़ित मरीजों के घर तक बिना किसी देरी के आॅक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उनकी टीम एक फोन काॅल पर सारी व्यवस्था निशुल्क कर देती है।

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