बागवानी हमीरपुर जिले के किसानों की बदल सकती तकदीर
कनोह के मां बेटे ने उगाया केसर तथा सेब
हमीरपुर जिला में केसर की खेती कर बागवानी विभाग को दी मात
बिना विभाग की सहायता के उगाया केसर
बड़सर। सतीश शर्मा विट्टू। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के लोग विभिन्न क्षेत्रों में अपना नाम तथा प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। हमीरपुर जिला मुख्यमंत्री से लेकर केसर तथा सेब भी पैदा कर रहा है। केसर की खेती के लिए भारतवर्ष में जम्मू कश्मीर हरियाणा काफी आगे हैं। हिमाचल प्रदेश के कई किसान भी केसर की खेती कर रहे हैं। कनोह गांव की राजकुमारी के बागबानी के शौक ने मिसाल पेश की है उन्होंने अपने घर के पास खेत में केसर पैदा किया है। केसर के फूल काफी महंगे बिकते हैं। इसकी कीमत 3 लाख से 5 लाख तक प्रति किलो भी बिकती है। इसका मुख्य उत्पादन जम्मू-कश्मीर में किया जाता है लेकिन हमीरपुर जिला में भी कई किसान केसर की खेती कर नाम कमा रहे हैं। बागवानी विभाग लोगों को प्रोत्साहित करे तो बागवानी के क्षेत्र में क्रांति आ सकती है जो युवाओं के रोजगार का साधन भी बन सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व्यवस्था परिवर्तन की भी बात करते हैं। महिलाओं को ट्रेनिंग देकर केसर की खेती करवाई जाए तो यह जिला मिसाल पेश कर सकता है। राजकुमारी ने अपने बेटे हैप्पी के साथ मिलकर केसर के पौधे लगाए थे जिनकी अच्छी ग्रोथ हुई है। मां तथा बेटे की पहल रंग लाई है कई लोगों के लिए यह रोजगार का साधन भी बन सकता है बेशर्त बागवानी विभाग लोगों को इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करवाएं। मां बेटे की इस जोड़ी ने केसर पैदा कर एक नई सोच इस जिले के किसानों को दी है की केसर का उत्पादन कर भी हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला में तकदीर बदली जा सकती है।
केसर के अलावा मां बेटे ने सेब के पौधे भी लगाए हैं जो फल दे रहे हैं। इस मेहनत के लिए इस परिवार को बधाई तो बनती है। सरकार सहयोग करें तो हमीरपुर जिला के किसानों की तकदीर भी संवर सकती है जरूरत है पहल करने की।